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हिन्दू विधिज्ञ परिषद से मार्गदर्शन के कारण लव जिहाद और दंगे, इन प्रकरणों में मिली सफलता ! – अधिवक्ता श्री. निरंजन चौधरी, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, सदस्य

जलगांव में एक ही परिवार के दो धर्मांध पुलिसकर्मियों ने एक हिन्दू युवती को बहला फुसला कर ‘लव जिहाद’ के जाल में फांस लिया था…

‘लव जिहाद को बढावा देनेवाले स्पेशल मैरेज एक्ट के विरोध में जागृति करने की आवश्यकता ! – अधिवक्ता श्री. मोती सिंह राजपुरोहित, जोधपुर

भारत के नागरिकों के विवाह के लिए पहले केवल ‘इंडियन मैरेज एक्ट’ था । तदुपरांत अंतरधर्मीय विवाह करने के लिए ‘स्पेशल मैरेज एक्ट’ तैयार किया…

कानून की मदद से संघर्ष कर धर्मांधोंद्वारा अधिकार में लिया गया मंदिर पुन: प्राप्त किया ! – अधिवक्ता श्री. अवधेश राय, उत्तरप्रदेश

उत्तरप्रदेश के एक अधिवक्ता श्री. अवधेश राय ने कहा कि, गांव में एक मंदिर था । उसे धर्मांधों ने अवैधानिक मार्ग से अपने अधिकार में…

धर्मांध अब ‘होटल जिहाद’के माध्यम से सक्रीय ! – अधिवक्ता श्री. नीरज जैन

बजरंग दल के भूतपूर्व पदाधिकारी, अभाविप के गुजरात भूतपूर्व महामंत्री और वर्ष २००२ में कारसेवकों को जलाकर मार डालने के उपरांत हुए दंगों में ७…

मीरज हिंसा प्रकरणों में सभी अधिवक्ता संगठित रूप से हिन्दुआें के समर्थन में ! – अधिवक्ता वासुदेव ठाणेदार, मीरज

मीरज दंगों के समय ६०० से अधिक लोगों को बंदी बनाया गया । इनमें से अधिकांश हिन्दू थे । हिन्दुआें पर इन अन्यायकारी अभियोगों के…

अधिवक्ता हिन्दुत्वनिष्ठों को कानूनी सहायता प्रदान करें ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति

कर्नाटक के गोरक्षक पशुवधगृह में गाेमाताआें को ले जानेवाली ट्रक को पकडकर पुलिस थाने ले गए । वहां पुलिस ने गोरक्षकों से ही प्रश्‍न किया…

प्रवाह की दिशा परिवर्तित कर अधिवक्ता, धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की व्यवस्था निर्माण करें ! – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

अधिवक्ताआें का इतिहास, प्राचीन और आध्यात्मिक है । लोकमान्य टिळक, पंडित मदनमोहन मालवीय, वीर सावरकर जैसे अनेक अधिवक्ताआें ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय सहभाग लेकर, एक…

अधिवक्ता न्यायक्षेत्र के ‘फिदायीन’ बनकर हिन्दू राष्ट्र के लिए प्रयास करें ! – अधिवक्ता हरि शंकर जैन, अध्यक्ष, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस

देश में बडी संख्या में हिन्दुआें का धर्मांतरण हो रहा है, इसे रोकना आवश्यक है । इस पृष्ठभूमि पर धर्मांतरण-विरोधी कानून बनाने के लिए अधिवक्ता प्रयास…

धर्माधारित हिन्दू राष्ट्र की स्वर्णिम प्रभात अब दूर नहीं !

भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए वर्ष २०१२ में पहली बार हुए अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का ऐरावत अब सप्तम अधिवेशन के माध्यम…