अभ्यासपूर्ण और प्रभावी पत्रलेखन कर हिन्दू धर्म के लिए योगदान दें ! – के.वी. रमणमूर्ति, तेलंगाना

श्री. रमणमूर्ति ने स्पष्ट कहा कि, ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापित करना मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है तथा वह मैं अवश्य प्राप्त करूंगा !’ Read more »

हिन्दू राष्ट्र के लिए हिन्दूद्रोही प्रसारमाध्यमों के विरोध में वैचारिक संघर्ष आवश्यक – ईश्‍वरप्रसाद खंडेलवाल, अध्यक्ष, लष्कर-ए-हिन्द

लष्कर-ए-हिन्द के अध्यक्ष तथा हिन्दुस्थान नैशनल पार्टी के अध्यक्ष श्री. ईश्‍वरप्रसाद खंडेलवाल ने अनुभव कथन करते हुए कहा कि, देश के एनडीटीवी, टाइम्स, सीएनएन-आयबीएन, स्टार, हिन्दुस्थान टाईम्स आदि माध्यमसमूहों पर विदेश के ईसाई और मुसलमानों का अधिकार है । Read more »

हिन्दू महिलाआें को वीरांगना बनने के लिए आध्यात्मिक स्तर पर भी सक्षम बनना आवश्यक – प्रतीक्षा कोरगावकर, महाराष्ट्र राज्य संगठक, रणरागिणी

आज हिन्दू महिलाआें को राजमाता जिजाऊ, रणरागिणी रानी लक्ष्मीबाई, चित्तौड की रानी चेन्नमा जैसी वीरांगनाआें का आदर्श रखने के लिए शारीरिक और मानसिक सिद्धता के साथ ही आध्यात्मिक सिद्धता भी करनी चाहिए । Read more »

धर्मरक्षा के कार्य में साधना करने के कारण ही सफलता निश्‍चित – डॉ. उपेंद्र डहाके, कल्याण उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पक्ष

भारतीय जनता पक्ष के डॉ. उपेंद्र डहाकेजी ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में उपस्थित धर्माभिमानियों को साधना के बल पर स्वयं धर्महित के संदर्भ में किए गए संघर्ष के विषय में उपस्थितों को अवगत किया । Read more »

धर्मकार्य करनेवाले धर्माभिमानियों की सहायता करना उद्योगपतियों का दायित्व – श्री. आनंद पाटिल, उद्योजक, कोल्हापुर

उद्योजक श्री. आनंद पाटिल ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में उपस्थितोंको मार्गदर्शन करते हुए कहा, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन, साथ ही अनेक धर्माभिमानी व्यक्तिगत रूप से धर्मरक्षा हेतु तन, मन एवं धन का त्याग कर कार्य करते हैं । Read more »

हिन्दुआें द्वारा धर्म को समझ लेना ही हिन्दुआें की दुरावस्था पर खरा उपाय – अधिवक्ता श्री. कमलेशचंद्र त्रिपाठी, बुद्धिमत्ता समूह, उत्तरप्रदेश

बुद्धिमत्ता समूह के अध्यक्ष तथा संस्थापक अधिवक्ता श्री. कमलेशचंद्र त्रिपाठी ने अधिवक्ताआें के हुए उद्बोधन सत्र में कहा कि, भारत प्राचीन काल में विश्‍वगुरु था । Read more »

हम सब अगले अधिवेशन में प्रमोद मुतालिकजी को लाने का निश्‍चय करते हैं – अधिवक्ता अमृतेश एन्.पी., हिन्दू विधिज्ञ परिषद

हिन्दू अधिवेशन के प्रथम दिन हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अधिवक्ता अमृतेश एन्.पी.ने उपस्थित मान्यवरोंको संबोधित करते हुए कहा, मैंने अपने गुरुपर श्रद्धा रखकर सत्य को पकडकर जनताद्रोही राज्यकर्ताआें से संघर्ष किया । Read more »

न्यायव्यवस्था में दुर्बल कडियों का दुरुपयोग हो रहा है – अधिवक्ता श्री. गोविंद के. भरतन्, एर्नाकुलम्, केरल

गोवा में हो रहे पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के प्रथम दिन केरल के अधिवक्ता श्री. गोविंद के. भरतन् ने कहा कि, आज अधिवक्ता ही न्यायव्यवस्था की दुर्बल कडियों का दुरुपयोग कर रहे हैं । Read more »

न्यायालयीन प्रक्रिया का सुयोग्य उपयोग कर अधिवक्ता धर्मरक्षा हेतु महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएं – अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर ने कहा कि, अनेक प्रसंगों में दंगों के समय धर्मांध दंगे करते हैं तथा हिन्दुआें को अन्यायपूर्वक बंदी बनाया जाता है । Read more »

‘हिन्दू राष्ट्र’ में न्यायालयीन प्रक्रिया में सभी के लिए समान न्याय होगा – अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस, लखनऊ

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में लखनऊ (उत्तरप्रदेश) के ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ के अधिवक्ता श्री. विष्णुशंकर जैन ने प्रतिपादित किया कि, आज भारतीय दंड विधान की धारा १९ का उपयोग व्यक्ति के अनुरूप परिवर्तित किया जा रहा है । Read more »

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