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हिन्दुओंको संगठित करने की दृष्टि से शिवमोग्गा (कर्नाटक) में जनपद स्तर पर ‘हिन्दू अधिवेशन’ का आयोजन !

हिन्दुओंको संगठित करने की दृष्टि से कर्नाटक के शिवमोग्गा में श्री बसवेश्वर मंदिर के सभागृह में दिनांक २८ नवम्बर को हिन्दू अधिवेशन का आयोजन किया…

उल्हासनगर-ठाणे (महाराष्ट्र) के प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन संपन्न !

उल्हासनगर-ठाणे में ३१ अक्तूबर एवं १ नवंबर २०१५ की कालावधि में मुंबई, ठाणे एवं रायगढ जिलों में हिन्दुत्वनिष्ठोंके लिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने के उद्देश्य…

गोवंशहत्या बंदी कानून पारित करने हेतु हिन्दूसंगठन आवश्यक ! – श्री. सतीश प्रधान, अध्यक्ष, पंजाब गोरक्षा दल

फरिदाबाद में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा हिन्दूसंगठन सम्मेलन संपन्न ! इस सम्मेलन में विविध हिंदुत्ववादी संघटनोंके प्रतिनिधियोंद्वारा व्यक्त किये गये विचार प्रस्तुत कर रहें हैं .…

अधिवेशन की सेवा में हिन्दुत्वनिष्ठोंके सहभाग के कारण राजस्थान के सफल हुए प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन

‘हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा फरवरी २०१५ में राजस्थान में प्रसारकार्य आरंभ किया है। हिन्दुत्वनिष्ठोंका सहभाग भी अतुलनीय रहा, समितीने दो जगहोंपर प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन आयोजित किये।

जब तक देश में गाय को सन्मान नहीं दिया जाएगा, तब तक हम स्वस्थ नहीं बैठेेंगे ! – पू. श्रीगोपाल मणिजी महाराज

श्री गोपाल गोलोक धाम के पू. श्रीगोपाल मणिजी महाराज ने कहा, हम ने प्रतिमा को प्रतिष्ठा दी; परंतु गाय को माता की प्रतिष्ठा नहीं दे…

धर्मजागृति की सेवा करवानेवाले ईश्‍वर ही हैं ! – अधिवक्ता भूमा गंगाधर, तेलंगाना

तेलंगाना के शासकीय चित्रपट परिनिरीक्षण मार्गदर्शन मंडल के सदस्य अधिवक्ता भूमा गंगाधरजी ने धर्मजागृति सभाआें के समय हुए अनुभव का कथन किया ।

चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के संदर्भ में पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापू के भक्तगणों द्वारा व्यक्त मनोगत

चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के संदर्भ में पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापू के भक्तगणों द्वारा व्यक्त मनोगत प्रस्तुत कर रहे है…

गो, गंगा, गीता के सम्मान के लिए व्यापक अभियान प्रारंभ करें ! – स्वामी रामा भाई

ऑल इंडिया योग वेदांत समिति के स्वामी रामा भाई ने कहा, धर्मसंस्थापना के समय आसुरी शक्तियों की प्रबलता होती है । प्राचीन काल में ऋषीमुनियों…

हिन्दुआें के त्योहार, उत्सवों के लिए निर्भय वातावरण निर्माण करने का दायित्व शासन का ! – निवृत्त न्यायाधीश सुधाकर चपळगावकर

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य निवृत्त न्यायाधीश सुधाकर चपळगावकर बोले, ‘‘भारत पर जब मुघलो तथा अंग्रेजों का राज्य था, तब उनके राज्य में ‘धर्मनिरपेक्षता’…

हिन्दुत्व की विचाराधारा से ही हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना हो सकती है ! – पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के अंतिम दिन के अंतिम संत्र में पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे जी ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि किसी अन्य…