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चिपळूण में एक दिन का जिला स्तर पर हिन्दू-राष्ट्र अधिवेशन !

कोई ‘डॉक्टर’ की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात, स्वाभाविक रूप से ‘डॉक्टर’ होता है; परंतु प्रमाणपत्र लिए बिना वह ‘डॉक्टर’ के रूप में अपना कार्य…

हिन्दूविरोधी कथानकों के खंडन के लिए हिन्दू धर्म का अध्ययन करना आवश्यक ! – अनिरुद्ध देवचक्के, भूतपूर्व संपादक, दैनिक ‘दिव्य मराठी’

हिन्दुओं के विरोध में गलत नैरेटिव (कथानक) तैयार किए जा रहे हैं । ऐसे हिन्दूविरोधी कथानकों के खंडन के लिए हिन्दुओं को हिन्दू धर्म का…

धर्माभिमान का अभाव दूर कर धर्माचरणी होना, ही काल की आवश्यकता है ! – पू. अमृतानंद महाराज

आज हिन्दू धर्म की सीख अनेक दर्शन ग्रंथ, पौराणिक संदर्भ, आध्यात्मिक ग्रंथसंपदा के माध्यम से उपलब्ध है । विपुलता ही अपने सनातन धर्मग्रंथों का सामर्थ्य…

हिन्दू राष्ट्र के लिए यदि जागृत नहीं हुए, तो कल इस्लामी राष्ट्र में रहना होगा – डॉ. नील माधव दास, संस्थापक, तरुण हिन्दू

हिन्दू राष्ट्र के लिए प्रत्येक गांव में जाकर हिन्दुओं को एकत्र कर प्रबोधन करना पडेगा । यदि हम आज हिन्दू राष्ट्र के लिए जागृत नहीं…

प्रभु श्रीराम अपने मन में हैं और ‘रामराज्य’ अपना ध्येय है ! – सद़्‍गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे

अर्जुन संभ्रम में होते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उनके धार्मिक कर्तव्य का भान करवाया । आज हिन्दुओं की अवस्था भी अर्जुन समान हो…

जलगांव में हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से ‘प्रांतीय हिन्‍दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्‍न !

हिन्‍दूविरोधी शक्‍तियों का सामना करने के लिए हिन्‍दुआें को दबावतंत्र निर्माण करना चाहिए ! – सुनील घनवट, महाराष्‍ट्र एवं छत्तीसगढ राज्‍य संगठक, हिन्‍दू जनजागृति समिति

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के सांतवे दिन हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के मनोगत’ इस सत्र में मान्यवरों द्वारा व्यक्त किए गए विचार

समाचारवाहिनी (न्यूज चैनल) के पत्रकार रविश कुमार ने एक बार कहा था कि ‘मुसलमानों की संख्या बढ गई, तो कौन-सा पहाड टूट पडेगा ?’ मुसलमानों…

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के समापन के अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त हृदयस्पर्शी मनोगत

अधिवेशन में आनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों की संख्या पहले से बहुत बढ गई है। अब सभी को यह समझ में आया है कि साधना करने से ही…

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह ने दहाडकर किया ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना का उद्घोष !

देश एवं धर्म के लिए हम मरने के लिए भी तैयार हैं । हिन्दू भयभीत न हों । हिन्दू राष्ट्र स्थापना का संकल्प पूर्ण करने…

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के सांतवे दिन ‘हिन्दू राष्ट्र-स्थापना’ इस सत्र में मान्यवरों द्वारा व्यक्त किए गए विचार

आज न कल मृत्यु आना निश्चित है, तो इतिहास जिसका संज्ञान ले, ऐसी मृत्यु क्यों नहीं चाहिए ? देश एवं धर्म के लिए हम मरने…