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ताजमहल शिवमंदिर ही है ! – अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय, देहली

‘ताजमहाल मुमताज की कब्र है, उसे बनाने में २२ वर्ष लगे । बीस सहस्र कर्मचारी लगे’, इस प्रकार का झूठा इतिहास फैलाया जा रहा है…

भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाकर लाल किले पर भगवा फहराएं ! – अधिवक्ता हरिशंकर जैन, अध्यक्ष, हिन्दू न्याय मंच

भारत में आज धर्मनिरपेक्षता का बोलबाला है । हिन्दूू संस्कृति रोकने का एकमात्र कार्य धर्मनिरपेक्षतावादी कर रहे हैं । हमें भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाकर…

श्री. प्रमोद मुतालिकजी का अधिवेशन के लिए संदेश !

हिन्दुत्व की मानसिकतावाले तथा संघ परिवार के कार्यकर्ता श्री. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में आने से ‘हिन्दू राष्ट्र’ आया है, अथवा आएगा, यदी ऐसा…

भारत में इस्लामिक जिहाद बडी समस्या – श्री. उपानंद ब्रह्मचारी, संपादक, हिंदु एक्जिस्टेन्स जालस्थल, बंगाल

लव जिहाद, लैंड जिहाद, आर्थिक जिहाद, इस प्रकार प्रत्येक क्षेत्र में यह जिहाद फैल रहा है । भारत का रूपांतर इस्लामिक राष्ट्र में करने हेतु…

तालिबान और आय.एस.आय.एस. के कारण अब कश्मीर की परिस्थिति पहले से अधिक गंभीर ! – श्री. अजय च्रोंगु

विद्याधिराज सभागृह, फोंडा, गोवा रामनाथी गोवा में चल रहे चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिन के प्रथम सत्र में पनून कश्मीर संगठन के…

व्हिडीआे – चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनस्थल पर श्रीलंका तथा दक्षिण भारत से आए हिन्दूत्वनिष्ठों की पत्रकार परिषद

रामनाथी, फोंडा में आयोजित किए गए चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दु अधिवेशन के तृतीय दिन पर श्रीलंका से आए हिन्दूत्वनिष्ठ श्री. मारावनपुलावु के. सच्चितानंदन् ने पत्रकार…

धर्मप्रसार के लिए सामाजिक जालस्थल का प्रभावी उपयोग करें ! – श्री. सुरेश चिपळूणकर

पिछले ६० वर्षों में माक्र्स, मुल्ला, मिशनरी एवं मेकॉले इत्यादि ‘४ एम’ ने देश की अत्यधिक हानि कर भारतीयों को मानसिक रूप से गुलाम किया…

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के सूचना-जालस्थल के पृष्ठों का लोकार्पण

हिन्दू विधिज्ञ परिषद और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हिन्दू जागृति डॉट ओआरजी’ जालस्थल पर हिन्दू विधिज्ञ परिषद के पृष्ठ बनाए गए हैं ।

बांग्लादेशी घुसपैठियों को सहायता करनेवालों को देशद्रोह का दंड दें ! – श्री. अनिल धीर

बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या भारत को भयभीत करनेवाली सबसे भीषण समस्या है । बांग्लादेश की सीमा के निकट के राज्यों के साथ ही सीमा से…

व्यवसायी अथवा नौकरीपेशा लोगों को धर्मकार्य के लिए समय देने के लिए समय का व्यवस्थापन करना चाहिए ! – श्री. अतुल जेसवानी

यदि हमें धर्मकार्य करना हो, तो उसके लिए समय देना आवश्यक है । धर्मकार्य के लिए समय देकर जनसंपर्क करना, बैठकें आयोजित करना, धनसंग्रह, धर्मरक्षा…