तालिबान और आय.एस.आय.एस. के कारण अब कश्मीर की परिस्थिति पहले से अधिक गंभीर ! – श्री. अजय च्रोंगु

विद्याधिराज सभागृह, फोंडा, गोवा रामनाथी गोवा में चल रहे चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिन के प्रथम सत्र में पनून कश्मीर संगठन के अध्यक्ष श्री अजय च्रोंगू ने कहा कि कश्मीरी हिन्दू जब कश्मीर में निवास हेतु लौटेंगे, तब क्या उन्हें वहां स्वतंत्रता मिलेगी ? Read more »

व्हिडीआे – चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनस्थल पर श्रीलंका तथा दक्षिण भारत से आए हिन्दूत्वनिष्ठों की पत्रकार परिषद

रामनाथी, फोंडा में आयोजित किए गए चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दु अधिवेशन के तृतीय दिन पर श्रीलंका से आए हिन्दूत्वनिष्ठ श्री. मारावनपुलावु के. सच्चितानंदन् ने पत्रकार परिषद में वक्तव्य किया था । Read more »

धर्मप्रसार के लिए सामाजिक जालस्थल का प्रभावी उपयोग करें ! – श्री. सुरेश चिपळूणकर

पिछले ६० वर्षों में माक्र्स, मुल्ला, मिशनरी एवं मेकॉले इत्यादि ‘४ एम’ ने देश की अत्यधिक हानि कर भारतीयों को मानसिक रूप से गुलाम किया । वर्तमान समय में चलचित्र सृष्टि में भी मुल्ला एम का प्रभाव पडने से गीतों मेें अल्ला, मुल्ला, खुदा ऐसे बहुत से शब्द होते हैं । Read more »

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के सूचना-जालस्थल के पृष्ठों का लोकार्पण

हिन्दू विधिज्ञ परिषद और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हिन्दू जागृति डॉट ओआरजी’ जालस्थल पर हिन्दू विधिज्ञ परिषद के पृष्ठ बनाए गए हैं । Read more »

बांग्लादेशी घुसपैठियों को सहायता करनेवालों को देशद्रोह का दंड दें ! – श्री. अनिल धीर

बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या भारत को भयभीत करनेवाली सबसे भीषण समस्या है । बांग्लादेश की सीमा के निकट के राज्यों के साथ ही सीमा से दूर स्थित ओडिशा जैसे राज्यों में भी बांग्लादेशी घुसपैठिए बडी संख्या में हैं । Read more »

व्यवसायी अथवा नौकरीपेशा लोगों को धर्मकार्य के लिए समय देने के लिए समय का व्यवस्थापन करना चाहिए ! – श्री. अतुल जेसवानी

यदि हमें धर्मकार्य करना हो, तो उसके लिए समय देना आवश्यक है । धर्मकार्य के लिए समय देकर जनसंपर्क करना, बैठकें आयोजित करना, धनसंग्रह, धर्मरक्षा के अभियान को गति देना इत्यादि प्रकार के उपक्रम क्रियान्वित करें । नौकरी अथवा व्यवसाय करनेवालों को धर्मकार्य करने के लिए समय का सुयोग्य व्यवस्थापन करना आवश्यक है । Read more »

हिन्दू राष्ट्र के लिए व्यवसाइयों का आर्थिक योगदान धर्मकर्तव्य ही है ! – श्री. आनंद पाटील, उद्योगपति, कोल्हापुर, महाराष्ट्र

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए अनेक संत अनुष्ठान, यज्ञ कर रहे हैं । ऐसे संतों को यदि धर्मकार्य में आर्थिक सहायता की आवश्यकता हो, तो वह करना हमारा धर्मकर्तव्य ही है । धर्म के लिए हिन्दुत्ववादियों के समर्थन में कोई खडा है, ऐसा विश्‍वास उनके परिजनों में निर्माण होनेपर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना शीघ्रता से होगी । Read more »

पश्‍चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति के भ्रष्टाचार की जांच समाधानकारक न होने से हिन्दू जनजागृति समिति ने यह प्रकरण पुनः उठाया ! – श्री. सुनील घनवट

हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र समन्वयक श्री. सुनील घनवट ने पश्‍चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति के भ्रष्टाचार के विषयमें समितिका योगदान अपने मार्गदर्शन में कथन किया । Read more »

चतुर्थ अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनमें बांगलादेश एवं जम्मू-काश्मीर से आए हिंदुत्वनिष्ठोंकी पत्रकार परिषद सम्पन्न

रामनाथी, फोंडा के चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के दूसरे दिन आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए ‘पनून कश्मीर’ संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अजय चोंग्रू ने ऐसा दुःख व्यक्त किया कि कश्मीर में वर्ष १९९० की तुलना में आतंकवाद अधिक बढ गया है । Read more »

मंदिरों के व्यवस्थापन में हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्ति का चयन होने हेतु कानून बनाना आवश्यक ! – अधिवक्ता गोविंद के. भारतन्

हिन्दुआें के मंदिरों में बडी मात्रा में अर्पण स्वरूप आनेवाला धन और अन्य मूल्यवान वस्तुआें पर राज्यकर्ताआें की दृष्टि है । केरल में स्थित बडे मंदिरों के धन का उपयोग कहां तथा कैसे होता है, यह किसी को ज्ञात नहीं है । Read more »

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​