जिनके पास अनुज्ञप्ति नहीं है, ऐसे घुसपैठियोंको जो लोग नौकरियां देते हैं उनपर अभियोग प्रविष्ट कर, दो वर्षोंका कारावास अवश्य देना चाहिए । तब ही…
भूमि जिहाद, अर्थिक जिहाद, राजकीय जिहादके समान ही लव जिहाद यह भी हिंदुओंके विरोधमें एक षड्यंत्र ही है । श्रीराम सेनाकी ओरसे लापता हिंदू युवतियोंको…
जो धर्म आतंकवादी निर्माण करता है, वह धर्म कैसा होगा ? न्यायव्यवस्था भी धर्माधोंके अभियोग तत्परतासे चलाती है; परंतु साध्वी प्रज्ञासिंह जैसोंको अनदेखा करती है…
गत कुछ दिनोंमें १६ मंदिर गिरा दिए गए हैं । ओडिशामें राजकीय नेता, प्रशासकीय अधिकारी, जिलाधिकारी, पुलिस निरीक्षक इत्यादि सर्व हिंदू ही थे । उनमेंसे…
आज तीर्थक्षेत्रोंका हो रहा बाजारीकरण, यह भी एक गंभीर चिंताका विषय है । यह सर्व रोककर हिंदू राष्ट्र स्थापना करने हेतु आज संगठनोंका संगठन अनिवार्य…
हिंदू अधिवेशनके दूसरे दिन बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, भारत आदि विविध देशोंमें हिंदुओंपर होनेवाले अत्याचारोंके विषयमें मान्यवरोंने प्रखरतासे अपने विचार प्रस्तुत किए ।
रामनाथी, गोवामें ६ जून से १० जूनकी कालावधिमें होनेवाले द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनके संदर्भमें मंगळुरूके `सहाय टीवी’ प्रणालपर प्रश्नोत्तरका कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसका…
हिंदू अधिवेशनमें उपस्थित पूरे देशके हिंदुत्वनिष्ठोंने प्रस्ताव पारित करते समय एकमतसे घोषित किया कि, जो राजनीतिक दल लोकसभा चुनावमें हिंदुविरोधी, राष्ट्रविरोधी, भ्रष्ट शक्तियोंको अवसर देगा,…
आज, हिंदू धर्म और हिंदुओंकी रक्षाका मुख्य दायित्व हिंदुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओंपर ही है । अधिकांश समय धर्मरक्षाका कार्य करनेवालोंपर ही धर्मांधोंके आक्रमण होते हैं ।
समर्थ संगठनके महासचिव श्री. मनीष मंजुलजीने कहा, भोजशालाके संदर्भमें संपूर्ण आंदोलनमें हिंदू जनजागृति समिति तथा विशेषतः सनातन संस्थाका बहुत आधार मिला ।