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‘अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनके प्रथम दिनके चर्चासत्रोंका संक्षेपमें ब्यौरा

‘धार्मिक दंगेविरोधी कानून’, ‘मंदिरोंकी दयनीय स्थिति एवं उसकी रक्षाके उपाय’ और ‘मंदिरोंके सरकारीकरण’ इस विषयपर हुए चर्चासत्रमें धर्माभिमानियोने विचार प्रस्तुत किए |

भारतीय वंशकी गायोंके विषयमें ब्राजीलद्वारा भारतीयोंका प्रबोधन करना, लज्जास्पद ! – श्री. नटेशन्

विश्वभरमें केवल १८ कोटि गायें हैं । उनमेंसे अधिकांश भारतमें हैं । फिर भी भारतमें ‘जर्सी’ नामक विदेशी गायोंकी संख्या बढ रही है ।

प्रत्येक गांवमें ‘गोरक्षा दल’ स्थापित करनेकी आवश्यकता ! – अधिवक्ता देविदास शिंदे

कसाई खानेमें लाई जानेवाली गायोंको १० दिनोंतक चारापानी नहीं दिया जाता । अत्यंत दुर्दशा कर उनकी हत्याकी जाती है ।

अधिवेशनके दूसरे दिनके कुछ चुनिंदा क्षण !

अधिवेशनके दूसरे दिन भी सभागृहके दार्इं ओरकी भीतपर (दीवारपर) हिंदुओंके पराक्रमी इतिहासका स्मरण करवानेवाले अर्थात क्षात्रतेज जागृत करनेवाले प्रसंगोंका फलक लगाया गया था ।

निष्ठावान हिंदुओंके प्रभावी संगठनसे हिंदू राष्ट्रकी स्थापना निश्चित होगी – डॉ. नील माधव दास

इस राष्ट्रकी संस्कृति एवं धर्म हिंदू धर्माधारित बननी चाहिए । तब ही हिंदू राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिकदृष्टिसे सक्षम बनेंगे ।

हिंदुओंको शिक्षा क्षेत्रमें कार्य करना आवश्यक ! – प्रा. रामेश्वर मिश्र, हिंदू विद्या केंद्र

वर्तमानमें एंग्लो-क्रिश्चन प्रणालीने भारतीय शिक्षा क्षेत्रपर अधिकार प्राप्त किया है । इसके लिए धर्म एवं शिक्षा क्षेत्रमें हिंदुओंको कार्य करना चाहिए ।

हिंदुओंकी मतपेटियां तैयार होनेपर राज्यकर्ता हिंदुओंसमान चोटी रखेंगे – रजनीश गोएंका

आज हिंदू धर्मकार्यसे दूर जा रहे हैं । जो कुछ भी श्रद्धालु हिंदू हैं, वे मंदिरोंमें धन देते हैं; परंतु अब हिंदुओंको धर्मके लिए केवल…

मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता ! – पी.पी.एस्. नायर

मंदिरोंमें बढती चोरियोंकी पार्श्वभूमिपर शासन पुन: हिंदुओंके मंदिर अपने नियंत्रणमें लेनेकी तैयारी कर रहा है । इसलिए मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता है ।

हिंदुओंके मनपरिवर्तनसे ही सत्तापरिवर्तन हो सकता है ! – पू. युश महाराज

हिंदु धर्मकी श्रेष्ठताको जाननेके उपरांत विश्वके बहुसंख्य अन्य पंथीय हिंदु धर्म स्वीकार रहे हैं; परंतु भारतमें हिंदु धर्मका भारी मात्रामें अपप्रचार किया जा रहा है…

‘अखिल भारतीय हिंदु अधिवेशन’के संदर्भमें समितिके जालस्थानपर पाठकोंद्वारा उपलब्ध अभिप्राय

रामनाथी, गोवामें अखिल भारतीय हिंदु अधिवेशन’का आयोजन किया गया है । इस अधिवेशनके संदर्भमें जालस्थानपर पाठकोंद्वारा व्यक्त किए गए अभिप्राय आगे दे रहे हैं ।