‘धार्मिक दंगेविरोधी कानून’, ‘मंदिरोंकी दयनीय स्थिति एवं उसकी रक्षाके उपाय’ और ‘मंदिरोंके सरकारीकरण’ इस विषयपर हुए चर्चासत्रमें धर्माभिमानियोने विचार प्रस्तुत किए |
विश्वभरमें केवल १८ कोटि गायें हैं । उनमेंसे अधिकांश भारतमें हैं । फिर भी भारतमें ‘जर्सी’ नामक विदेशी गायोंकी संख्या बढ रही है ।
कसाई खानेमें लाई जानेवाली गायोंको १० दिनोंतक चारापानी नहीं दिया जाता । अत्यंत दुर्दशा कर उनकी हत्याकी जाती है ।
अधिवेशनके दूसरे दिन भी सभागृहके दार्इं ओरकी भीतपर (दीवारपर) हिंदुओंके पराक्रमी इतिहासका स्मरण करवानेवाले अर्थात क्षात्रतेज जागृत करनेवाले प्रसंगोंका फलक लगाया गया था ।
इस राष्ट्रकी संस्कृति एवं धर्म हिंदू धर्माधारित बननी चाहिए । तब ही हिंदू राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिकदृष्टिसे सक्षम बनेंगे ।
वर्तमानमें एंग्लो-क्रिश्चन प्रणालीने भारतीय शिक्षा क्षेत्रपर अधिकार प्राप्त किया है । इसके लिए धर्म एवं शिक्षा क्षेत्रमें हिंदुओंको कार्य करना चाहिए ।
आज हिंदू धर्मकार्यसे दूर जा रहे हैं । जो कुछ भी श्रद्धालु हिंदू हैं, वे मंदिरोंमें धन देते हैं; परंतु अब हिंदुओंको धर्मके लिए केवल…
मंदिरोंमें बढती चोरियोंकी पार्श्वभूमिपर शासन पुन: हिंदुओंके मंदिर अपने नियंत्रणमें लेनेकी तैयारी कर रहा है । इसलिए मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता है ।
हिंदु धर्मकी श्रेष्ठताको जाननेके उपरांत विश्वके बहुसंख्य अन्य पंथीय हिंदु धर्म स्वीकार रहे हैं; परंतु भारतमें हिंदु धर्मका भारी मात्रामें अपप्रचार किया जा रहा है…
रामनाथी, गोवामें अखिल भारतीय हिंदु अधिवेशन’का आयोजन किया गया है । इस अधिवेशनके संदर्भमें जालस्थानपर पाठकोंद्वारा व्यक्त किए गए अभिप्राय आगे दे रहे हैं ।