समितिद्वारा अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन आयोजित करके हिंदू राष्ट्रकी स्थापनाका शुभारंभ हुआ है, ऐसा मत राष्ट्रीय प्रवचनकार डॉ. सच्चिदानंद शेवडेने यहां व्यक्त किया ।
हिंदू जनजागृति समितिने कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचारोंके छायाचित्र प्रदर्शनीको कई राज्योंमें २६३ स्थानोंपर दिखाया । इससे हुए प्रबोधनके कारण कश्मीरी हिंदुओंका मनोबल बढा ।
‘धार्मिक दंगेविरोधी कानून’, ‘मंदिरोंकी दयनीय स्थिति एवं उसकी रक्षाके उपाय’ और ‘मंदिरोंके सरकारीकरण’ इस विषयपर हुए चर्चासत्रमें धर्माभिमानियोने विचार प्रस्तुत किए |
विश्वभरमें केवल १८ कोटि गायें हैं । उनमेंसे अधिकांश भारतमें हैं । फिर भी भारतमें ‘जर्सी’ नामक विदेशी गायोंकी संख्या बढ रही है ।
कसाई खानेमें लाई जानेवाली गायोंको १० दिनोंतक चारापानी नहीं दिया जाता । अत्यंत दुर्दशा कर उनकी हत्याकी जाती है ।
अधिवेशनके दूसरे दिन भी सभागृहके दार्इं ओरकी भीतपर (दीवारपर) हिंदुओंके पराक्रमी इतिहासका स्मरण करवानेवाले अर्थात क्षात्रतेज जागृत करनेवाले प्रसंगोंका फलक लगाया गया था ।
इस राष्ट्रकी संस्कृति एवं धर्म हिंदू धर्माधारित बननी चाहिए । तब ही हिंदू राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिकदृष्टिसे सक्षम बनेंगे ।
वर्तमानमें एंग्लो-क्रिश्चन प्रणालीने भारतीय शिक्षा क्षेत्रपर अधिकार प्राप्त किया है । इसके लिए धर्म एवं शिक्षा क्षेत्रमें हिंदुओंको कार्य करना चाहिए ।
आज हिंदू धर्मकार्यसे दूर जा रहे हैं । जो कुछ भी श्रद्धालु हिंदू हैं, वे मंदिरोंमें धन देते हैं; परंतु अब हिंदुओंको धर्मके लिए केवल…
मंदिरोंमें बढती चोरियोंकी पार्श्वभूमिपर शासन पुन: हिंदुओंके मंदिर अपने नियंत्रणमें लेनेकी तैयारी कर रहा है । इसलिए मंदिर अधिग्रहणके विरोधमें हिंदुओंको लडनेकी आवश्यकता है ।