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डोंबिवलीमें हिंदुत्ववादियों द्वारा ईसाई पादरियोंकी सभा उद्ध्वस्त !

‘येशू बुलाता है’, ऐसा आवाहन कर डोंबिवली में पादरियोंने एक प्रार्थनासभाका आयोजन किया। इस सभामें धर्मांतरण करनेका षड्यंत्र किया गया था ।

मुंबईमें धर्मांतर हेतु ईसाईयों द्वारा छोटे बच्चे लक्ष्य !

ईसाई धर्मका प्रचार करनेवाली अमेरिका स्थित ‘वन होप’ संस्थाद्वारा नया मार्गअपनाया गया है । निर्धन बच्चोंको पकडकर मराठी भाषाके ऐसे सचित्र कॉमिक्स रेल स्थानकोंपर नि:शुल्क…

मिशनरी : धर्मगुरु नहीं शिकारी !

डॉ. कुक नामके आस्ट्रेलियन मिशनरी डाक्टर सरदार वल्लभभाई पटेलके गांव ‘आणंद’ में ईसाई धर्म प्रचार हेतु प्रचुर काम करते थे । वे कैसे काम करते…

मलेशिया स्थित हिंदुओंके प्राचीन मंदिर तोडफोडकी घटनामें विश्वके हिंदुओं द्वारा संतप्त प्रतिक्रिया

व्यावसायिक ठेकेदारोंने मलेशियाके बुजंग खोरा स्थित ८ वीं सदीके मंदिरकी तोडफोड की है । इस तोडफोडकी घटनापर विश्वके हिंदुओं द्वारा संतप्त प्रतिक्रिया व्यक्त की जा…

प्रशासनको धोखा देनेवालोंके साथ धर्मविरोधी अधिनियम पारित करनेका क्या अधिकार ? – रमेश शिंदे

समाजसे अंधश्रद्धा दूर करनेका दावा करनेवाले प्रा. श्याम मानवके अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समितिकी आर्थिक भोंदूगिरीकी पोल खोली गई । क्या प्रशासनको इस प्रकार धोखा…

जादूटोनाविरोधी कानून निरस्त होनेके लिए एकत्रित हुई सर्वत्रकी हिंदू शक्ति !

हिंदुनिष्ठ संगठनोंने आयोजित पत्रकार परिषदमें हिंदुओंके श्रद्धास्थानोंपर आपत्ति उठानेवाला जादूटोनाविरोधी अध्यादेश निरस्त करनेकी मांग की ।

८० प्रतिशत धार्मिक जनताके विरोधमें जानेका साहस सरकारको महंगा पडेगा ! – हिंदू जनजागृति समिति

हिंदू जनजागृति समितिके महाराष्ट्र राज्य समन्वयक श्री. सुनील घनवट एवं वारकरी संप्रदायके ह.भ.प. (डॉ.) श्रीरामपंत सोनीलकरने सरकारको चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकारद्वारा बहुमतके…

ईसाईयोंद्वारा मुंबईमें ‘पॉवर टू चेंज इंडिया’ विज्ञापनके माध्यमसे धर्मपरिवर्तन करनेका प्रयास

ईसाई मिशनरियोंद्वारा अबतक ग्रामीण एवं वनवासी क्षेत्रमें चल रहा हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन करनेका कृत्य मुंबई जैसे महानगरमें भी सुनियोजित रूपसे आरंभ हो गया है ।

तीन बार अस्वीकार किया गया विधेयक पुन: प्रस्तुत करना, राज्यघटनाद्वारा दी गई स्वतंत्रताका दुरुपयो

जादूटोनाविरोधी अधिनियम सम्मत कर महाराष्ट्रकी श्रद्धालु जनताके माथेपर थोपना, अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है । इस अधिनियमके कारण ‘नारायण-नागबली’ के साथ अन्य धार्मिक विधि करनेपर बंदी लग…