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श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर की घोटालेबाज शासकीय समिति बरखास्त करें; अन्यथा रास्ते पर उतरेंगे ! – वारकरी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का चेतावणी

देश के अनेक बडे मंदिर फायदे में होते हुए भी मंदिर समिति की आर्थिक अनुशासनहीनता के कारण मंदिर को वर्ष 2021-22, इस आर्थिक वर्ष में…

मंदिरों की संपत्ति लूटनेवालों को दंड होने तक हिन्दू जनजागृति समिति संघर्ष करती रहेगी – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता

भारत हिन्दूबहुल देश होते हुए भी अनेक स्थानों पर सरकारीकरण हुए मंदिरों की भूमि बेचे जाने की बात सामने आई है । इसके साथ ही…

मंदिर एवं मंदिरों की पवित्रता की रक्षा के लिए महाराष्ट्र मंदिर महासंघ आयोजित बोपगांव (पुणे) में मंदिर विश्वस्तों की बैठक !

मंदिर एवं मंदिरों की पवित्रता के रक्षणार्थ श्री क्षेत्र कानिफनाथ गड, बोपगांव में ३१ दिसंबर को मंदिर विश्वस्तों की बैठक का आयोजन किया गया था…

सामाजिक क्षेत्र के विशिष्ट योगदान के विषय में हिन्दू जनजागृति समिति एवं रणरागिणी शाखा ‘तरुण भारत’ वृत्तपत्र समूह द्वारा सम्मानित

यहां के बेळगांव ‘तरुण भारत’की ओर से सातारा आवृत्ति के २८ वें वर्धापनदिन के उपलक्ष्य में स्नेहसम्मेलन का आयोजन किया गया था । इस अवसर…

मंदिरों में आदर्श वस्त्रसंहिता लागू कर मंदिरों की पवित्रता संजोना आवश्यक – प्रशांत तुपे, सचिव, पंचपाळी हौद दुर्गामाता मंदिर ट्रस्ट, सातारा

यहां के श्री नटराज मंदिर के सभागृह में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हिन्दू राष्ट्र सम्मेलन’ आयोजित किया गया था । इस अवसर पर…

विद्यालयीन पाठ्यपुस्तकों से हटा दिए गए भारत के खरे इतिहास का पुन: समावेश आवश्यक – श्रीमती पूर्वा वाकचौरे, हिन्दू जनजागृति समिति

प्राचीन भारत में ऋषि-मुनियों द्वारा लगाया गया शोध, विदेशियों ने अपना नाम का झूठा प्रचार कर कि उन्होंने ही खोज की है, ऐसा असत्य समाज…

हिन्दूविरोधी कथानकों के खंडन के लिए हिन्दू धर्म का अध्ययन करना आवश्यक ! – अनिरुद्ध देवचक्के, भूतपूर्व संपादक, दैनिक ‘दिव्य मराठी’

हिन्दुओं के विरोध में गलत नैरेटिव (कथानक) तैयार किए जा रहे हैं । ऐसे हिन्दूविरोधी कथानकों के खंडन के लिए हिन्दुओं को हिन्दू धर्म का…

‘हिन्दू राष्ट्र’ वाला भारत विश्वगुरु बनेगा ! – अविनाश धर्माधिकारी

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से २४ दिसंबर को शहर के शिवतीर्थ मैदान में सायंकाल ५.३० बजे हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा आयोजित की गई थी ।…

धर्माभिमान का अभाव दूर कर धर्माचरणी होना, ही काल की आवश्यकता है ! – पू. अमृतानंद महाराज

आज हिन्दू धर्म की सीख अनेक दर्शन ग्रंथ, पौराणिक संदर्भ, आध्यात्मिक ग्रंथसंपदा के माध्यम से उपलब्ध है । विपुलता ही अपने सनातन धर्मग्रंथों का सामर्थ्य…