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अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में चर्चासत्र द्वारा ‘आपत्काल में हिन्दुओं को सहायता कैसे करें’, इस विषय में दिशा निश्चिति

अधिवेशन के प्रथम दिवस के समारोपन के अवसर पर आपत्कालीन सहायता कार्य की दिशा निश्चित करने हेतु चर्चासत्र आयोजित किया गया । पिछले वर्ष केदारनाथ…

परिवर्तन के लिए सभी को संगठित होना आवश्यक है ! – शिवयोगी पेरुमल स्वामीजी, तमिळनाडु

हिन्दु धर्म अत्यंत प्राचीन है तथा हिन्दुओं की देवता चिरंतन है । । इस के उलट ईसाईयों को केवल २ सहस्त्र वर्षों का इतिहास है…

बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने से अनेक प्रश्न मिट सकेंगे ! – श्री. मुरली मनोहर शर्मा, भारत रक्षा मंच, ओडिशा

बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या बडी मात्रा में बढ रही है । उनके माध्यम से बडी मात्रा में आतंकवाद भी बढ रहा है । आज भारत…

चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के प्रथम दिवस का ब्यौरा

११ जूनको चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का शुभारंभ हुआ । इस दिन मान्यवर वक्ताआेंने ‘हिन्दू राष्ट्र, तृतीय हिन्दू अधिवेशन में तय किया गया समान…

प्रमोद मुतालिक की गोवा राज्य में प्रवेशबन्दी संचारस्वतंत्रता पर आघात – पू. डॉ. चारूदत्त पिंगळे

श्री. मुतालिक ने अधिवेशन हेतु संदेश भेजा है कि,‘‘मैं मन से इस अधिवेशन के साथ हूं । मैं ईश्‍वर से प्रार्थना करता हूं कि यह…

हिन्दू संस्कृति और धर्म टिकाने हेतु सर्व संप्रदायों को एक होना आवश्यक ! – महंत श्री नित्य शांतिमयानंद, कर्नाटक

हिन्दू जनजागृति समितिकी ओर से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए आयोजित चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में महंत श्री नित्य शांतिमयानंद ने कहा, प्रसार…

हिन्दू धर्म की पुनर्स्थापना के लिए हिन्दूसंगठन आवश्यक है ! – प. पू. स्वामी प्रणवात्मानंद स्वरस्वती, आचार्य, आर्ष विद्या पीठम्, आंध्रप्रदेश

चतुर्थ हिन्दू अधिवेशन के प्रथम दिन प.पू. स्वामी प्रणवात्मानंद स्वरस्वतीजी ने अपने मार्गदर्शन में कहा – ‘हम हिन्दू हैं । अपना यह धर्मक्षेत्र और कुरुक्षेत्र…

अंतर्गत मतभेद भुलाकर हिन्दू धर्म की पुनर्स्थापना के लिए योगदान दें ! – पू. दिव्य जीवनदास महाराज, कन्याकुमारी

कन्याकुमारी के पू. दिव्य जीवनदास महाराज ने अपने मार्गदर्शन में आवाहन करते हुए कहा कि इस पवित्र भारतभूमि में अधर्म का उच्चाटन कर धर्मकी संस्थापना…