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वर्ष २०१४ के पश्‍चात देशके सभी पशूवधगृह (कसाईघर) बंद करेंगे !

श्री. सतीशजी प्रधानने द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनके चौथे दिनके सत्रमें चेतावनी दी कि, यदि दिसंबर २०१४ तक सरकारने देशके पशुवधगृह (कसाईघर) बंद नहीं किए,…

सेवा, सत्संग एवं संकीर्तनसे ही क्रांति होगी ! – श्रीमती सीमा तिवारी,आनंद वाहिनी

साधनाकाके बलसे युक्त होकर ही राष्ट्रको बलशाली बनाया जा सकता है, अन्यथा नहीं । अतः, हिंदुत्वनिष्ठोंके लिए प्रतिदिन १ घंटा साधना, अर्थात संकीर्तन करना आवश्यक…

‘हिंदुहितकी ओर ध्यान देनेवाले किसी एक राष्ट्रीय समाचारपत्र तथा समाचारप्रणालकी आवश्यकता !’

बुद्धिवादी देशहितके विरोधमें विचार प्रसारित करते हैं और संभ्रम उत्पन्न करते हैं । राष्ट्रीय स्तरपर हिंदूहित संजोनेवाला एक समाचारपत्र और एक समाचारप्रणाल आवश्यक है ।

अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन देशकी चारों दिशाओंमें आयोजित करना चाहिए ! – पू. झम्मन शास्त्री

हिंदू राष्ट्रकी स्थापनाविषयक चिंतन करनेके साथ ही गो, गंगा और गीताकी रक्षाके लिए यहां चिंतन होना, अत्यंत उचित है । ऐसे अधिवेशन देशकी चारों दिशाओंमें…

हिंदू जनजागृति समितिका धर्मशिक्षणवर्ग लेनेका उपक्रम प्रभावकारी ! – श्री. प्रमोद मुतालिक

विविध माध्यमसे पाश्‍चात्त्य संस्कृतिका आक्रमण बढ रहा है । प्रतिकार करनेके लिए हिंदू जनजागृति समितिने स्थान-स्थानपर धर्मशिक्षावर्ग चलानेका कार्यक्रम आरंभ किया है, जो प्रभावकारी है…

घुसपैठियोंको नौकरियां देनेवालोंको कारागृहमें भेजें ! – श्री. सूर्यकांत केळकर

जिनके पास अनुज्ञप्ति नहीं है, ऐसे घुसपैठियोंको जो लोग नौकरियां देते हैं उनपर अभियोग प्रविष्ट कर, दो वर्षोंका कारावास अवश्य देना चाहिए । तब ही…

लव जिहाद यह हिंदुओंके विरोधमें रचा गया षड्यंत्र है ! – श्री. प्रमोद मुतालिक

भूमि जिहाद, अर्थिक जिहाद, राजकीय जिहादके समान ही लव जिहाद यह भी हिंदुओंके विरोधमें एक षड्यंत्र ही है । श्रीराम सेनाकी ओरसे लापता हिंदू युवतियोंको…

जो धर्म आतंकवादी निर्माण करता है, वह धर्म कैसा होगा ? – श्री. ईश्‍वरप्रसाद खंडेलवाल

जो धर्म आतंकवादी निर्माण करता है, वह धर्म कैसा होगा ? न्यायव्यवस्था भी धर्माधोंके अभियोग तत्परतासे चलाती है; परंतु साध्वी प्रज्ञासिंह जैसोंको अनदेखा करती है…

हिंदू ही हिंदुओंके बैरी हैं ! – श्री. अनिल धीर

गत कुछ दिनोंमें १६ मंदिर गिरा दिए गए हैं । ओडिशामें राजकीय नेता, प्रशासकीय अधिकारी, जिलाधिकारी, पुलिस निरीक्षक इत्यादि सर्व हिंदू ही थे । उनमेंसे…

संगठनोंका संगठन भी आवश्यक है ! – प. पू. विजयकुमार, पुणे

आज तीर्थक्षेत्रोंका हो रहा बाजारीकरण, यह भी एक गंभीर चिंताका विषय है । यह सर्व रोककर हिंदू राष्ट्र स्थापना करने हेतु आज संगठनोंका संगठन अनिवार्य…