साधनाकाके बलसे युक्त होकर ही राष्ट्रको बलशाली बनाया जा सकता है, अन्यथा नहीं । अतः, हिंदुत्वनिष्ठोंके लिए प्रतिदिन १ घंटा साधना, अर्थात संकीर्तन करना आवश्यक…
बुद्धिवादी देशहितके विरोधमें विचार प्रसारित करते हैं और संभ्रम उत्पन्न करते हैं । राष्ट्रीय स्तरपर हिंदूहित संजोनेवाला एक समाचारपत्र और एक समाचारप्रणाल आवश्यक है ।
हिंदू राष्ट्रकी स्थापनाविषयक चिंतन करनेके साथ ही गो, गंगा और गीताकी रक्षाके लिए यहां चिंतन होना, अत्यंत उचित है । ऐसे अधिवेशन देशकी चारों दिशाओंमें…
विविध माध्यमसे पाश्चात्त्य संस्कृतिका आक्रमण बढ रहा है । प्रतिकार करनेके लिए हिंदू जनजागृति समितिने स्थान-स्थानपर धर्मशिक्षावर्ग चलानेका कार्यक्रम आरंभ किया है, जो प्रभावकारी है…
जिनके पास अनुज्ञप्ति नहीं है, ऐसे घुसपैठियोंको जो लोग नौकरियां देते हैं उनपर अभियोग प्रविष्ट कर, दो वर्षोंका कारावास अवश्य देना चाहिए । तब ही…
भूमि जिहाद, अर्थिक जिहाद, राजकीय जिहादके समान ही लव जिहाद यह भी हिंदुओंके विरोधमें एक षड्यंत्र ही है । श्रीराम सेनाकी ओरसे लापता हिंदू युवतियोंको…
जो धर्म आतंकवादी निर्माण करता है, वह धर्म कैसा होगा ? न्यायव्यवस्था भी धर्माधोंके अभियोग तत्परतासे चलाती है; परंतु साध्वी प्रज्ञासिंह जैसोंको अनदेखा करती है…
गत कुछ दिनोंमें १६ मंदिर गिरा दिए गए हैं । ओडिशामें राजकीय नेता, प्रशासकीय अधिकारी, जिलाधिकारी, पुलिस निरीक्षक इत्यादि सर्व हिंदू ही थे । उनमेंसे…
आज तीर्थक्षेत्रोंका हो रहा बाजारीकरण, यह भी एक गंभीर चिंताका विषय है । यह सर्व रोककर हिंदू राष्ट्र स्थापना करने हेतु आज संगठनोंका संगठन अनिवार्य…
हिंदू अधिवेशनके दूसरे दिन बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, भारत आदि विविध देशोंमें हिंदुओंपर होनेवाले अत्याचारोंके विषयमें मान्यवरोंने प्रखरतासे अपने विचार प्रस्तुत किए ।