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दशम हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन कब ?’ इस विषय पर पत्रकार परिषद

जिहादी आतंकवाद के कारण अपने ही देश में विस्थापित होकर 32 वर्ष हो चुके हैं; परंतु आज भी कश्मीरी हिन्दुओं को लक्ष्य बनाकर उनका भीषण…

संविधान से ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द हटाने की मांग !

‘पंथनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द संविधान से हटाए जाएं, ऐसी मांग गोवा में हो रहे दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन की द्वितीय ‘हिन्दू राष्ट्र संसद’…

हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से हिन्दू जनजागृति समिति और सनातन संस्था के कार्य का गौरव !

१४ जून को सर्वाेच्च न्यायालय के अधिवक्ता पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ने अपने भाषण का आरंभ करने से पूर्व परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को…

हिन्दुत्व पर किए जानेवाले छिपे आक्रमणों को कैसे पहचानें ? – डॉ. (सुश्री) वैदेही ताम्हण

रामनाथी (गोवा) में चल रहे दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के दूसरे उद्बोधन सत्र में १४ जून को डॉ. (सुश्री) वैदेही ताम्हण ने ‘हिन्दुओं…

गोवा में धर्मांतरण प्रतिबंधक कानून बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने की दशम हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में मांग

अनेक राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून है, तब भी उजागर रूप से बडी मात्रा में हिन्दुओं का धर्मांतरण कर भारत को तोडने का षड्यंत्र चल…

वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनावों के पूर्व केंद्रशासन सर्व हिन्दूविरोधी कानून रहित करे – पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैन, सर्वाेच्च न्यायालय

देश में कृषि कानून, नागरिकत्व सुधार कनून के विरोध में आंदोलन हो सकता है, तो हिन्दुत्व के लिए आंदोलन क्यों नहीं हो सकता ? हिन्दुत्व…

धर्मांतरण कराते समय ईसाई हिन्दुओं में राष्ट्रविरोधी भावना उत्पन्न करते हैं – श्रीमती एस्थर धनराज

ईसाई जब हिन्दुओं का धर्मांतरण करते हैं, तब वे उनमें राष्ट्रविरोधी भावना उत्पन्न करते हैं । उनकी यह नीति केवल भारततक सीमित नहीं है, अपितु…

धर्मकार्य में पैर जमाकर खडे रहना आवश्यक – अधिवक्ता भारत शर्मा, संरक्षक, धरोहर बचाओ समिति, राजस्थान

कामागढ का प्राचीन शिवमंदिर गिराया गया । स्थानीय हिन्दुओं की सहायता से हमने वहां शिवलिंग की पुनर्स्थापना की । इस मंदिर को गिरानेवाले धर्मांध को…

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन अंतर्गत प्रथम ‘हिन्दू राष्ट्र संसद’ में आदर्श मंदिर प्रबंधन पाठ्यक्रम सिखाने की सूचना

प्राचीन काल में अंगकोर वाट, हम्पी, आदि स्थानों पर भव्य मंदिर निर्माण करनेवाले राजा-महाराजाओं ने उनका उत्तम प्रबंधन किया था । इन मंदिरों के माध्यम…