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धर्मवीर संभाजी महाराज का आदर्श सामने रखकर अपने धर्म की रक्षा करने के लिए तैयार होंगे – नागेश जोशी, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से २७ मार्च की सायंकाल में चिंचवड के निकट के मोई गांव के ज्ञानेश्वरी आश्रम में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा…

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से विजयपुर (कर्नाटक) में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन

कुछ वर्ष पूर्व हिन्दू यदि खुलेआम धर्म के विषय में बोलते, तो उन पर अभियोग प्रविष्ट किया जाएगा, यह स्थिति थी । उसी समय हिन्दू…

हिन्दू राष्ट्र के लिए संगठित रूप से प्रयास करने की आवश्यकता – ऋषिकेश गुर्जर, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. ऋषिकेश गुर्जर ने हिन्दू राष्ट्र की मूलभूत संकल्पना, हिन्दू राष्ट्र कैसे स्थापन होगा और उसके लिए क्या प्रयास करने चाहिएं,…

उत्तर भारत में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा हिन्दू राष्ट्र संपर्क अभियान

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से उत्तर भारत में हिन्दू राष्ट्र संपर्क अभियान चल रहा है । इसके अंतर्गत समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ.…

प्रांतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संगठित रूप से कार्य करने का हिन्दुत्वनिष्ठों का निश्चय !

राष्ट्र एवं धर्म पर हो रहे विविध आघशत, हिन्दुओं का संगठन, कानून के विषय में मार्गदर्शन, साधना आदि विविध विषयों का मार्गदर्शन, धर्मकार्य करते समय…

लैंड जिहाद, थूक जिहाद एवं हलाल जिहाद को रोकने हेतु हिन्दुओं का संगठन कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना ही प्रभावशाली उपाय – अनिकेत अर्धापुरकर

जैन ले आऊट में स्थित जयवीर देवस्थान के सभागार में १३ मार्च को सायंकाल ६ से रात ८ बजे की अवधि में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा…

यवतमाळ (महाराष्ट्र) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा संपन्न

भारत में चल रहा जिहाद अब छत्रपति शिवाजी महाराज के किलोंतक पहुंच गया है । अन्य धर्मियों की हत्या होने पर प्रसारमाध्यमों के सामने आनेवाले…

हिन्दू राष्ट्र का संविधान बनाया जाएगा – प्रयागराज के संत सम्मेलन में हुआ निर्णय

प्रयागराज में आयोजित किए गए संत सम्मेलन में हिन्दू राष्ट्र का संविधान बनाने का निर्णय लिया गया है । इसे ‘हिन्दू राष्ट्र संविधान’ ऐसा नाम…

संविधान के माध्यम से भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करें – संत सम्मेलन में सहस्त्रों संतों द्वारा प्रस्ताव स्वीकृत

बह्मर्षि आश्रम में माघ मेले के अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन में सहस्त्रों साधु-संतों ने भाग लिया । उनमें शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती भी थे ।