आज की लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्याय, शिक्षा, राज्य आदि व्यवस्थाएं विदेशी पद्धति से चलाई जा रही हैं । इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए…
धर्मप्रेमी, श्रद्धालु, छात्रं तथा पुरोहित साम्मिलित हुए थे । पुरोहित श्री. नारायण धुपकर ने संकल्प किया । उन्होंने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को दीर्घायु प्राप्त…
आज धर्मशिक्षा के अभाव में अनेक हिन्दू एवं अन्य पंथियों द्वारा विविध माध्यमाें से हिन्दू धर्म की हानि की जा रही है । उसके स्वरूप…
भारत को वैधानिक रूप से हिन्दू राष्ट्र घोषित करना, यह केंद्रशासन का कर्तव्य है; क्योंकि विश्व में बहुसंख्यकों की संस्कृति को ही राष्ट्र का आधार…
भारतपर कुछ शतकोंतक मुसलमान तथा ईसाई आदि आक्रमकों द्वारा कई आक्रमण किए गए; परंतु इस देश के हिन्दू अपनी परंपराएं, धर्म तथा संस्कृति के प्रति…
माया, इजका, यजीदी एवं इंडोनेशियन संस्कृति की सभी पद्धतियां सनातन धर्म के साथ मिलतीजुलती हैं ! हिन्दू संस्कृति आधुनिक विज्ञान की अपेक्षा अत्यंत विकसित थी;…
सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजीजी की नेपाळ यात्रा को उत्स्फूर्त प्रतिसाद ! हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजीजी १८ मार्च से नेपाळ…
विश्व के सभी देशों में उनके संविधान के माध्यम से वहां के बहुसंख्यकों का धर्म, संस्कृति, भाषा और हित को संरक्षण दिया गया है; परंतु…
श्री. चेतन राजहंस ने ऐसा भी कहा कि, ‘बिहार के राजपुत, ठाकुर एवं यादव इन तीनों क्षात्रवर्णियों ने हिन्दू समाज की निरंतर रक्षा की है…
हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संघटक श्री. सुनील घनवट की नागपुर यात्रा में अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ, धर्मप्रेमी और संतों से संपर्क हुए। सभी धर्माभिमानी बहुत…