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महाराष्ट्र : ओरोस (जिला सिंधुदुर्ग) में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति सभा’ !

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सिंधुदुर्ग जिले के ओरोस में श्री देव रवळनाथ मंदिर के प्रांगण में २ दिसंबर को हिन्दू राष्ट्र जागृति सभा आयोजित…

‘राजनीतिक हिन्दुत्व’ नहीं, अपितु ‘सनातन धर्म से बंधा हुआ हिन्दुत्व’ ही देश को संगठित रख सकता है ! – श्री. चेतन राजहंस, सनातन संस्था

केवल ‘सनातन धर्म से बंधा हुआ हिन्दुत्व’ ही देश को संगठित रख कर उसे वैभव के शिखर तक पहुंचा सकता है ! एक राम मंदिर…

साधना करने से ही धर्म की शक्ति का अनुभव होगा एवं धर्मकार्य में सफलता मिलेगी ! – श्री. कार्तिक साळुंके

हिन्दुआें को विभाजित करने का एक बडा षड्यंत्र रचा जा रहा है ! हिन्दू समाज में जाकर हिन्दुआें का वैचारिक उद्बोधन करना, यही इस समस्या…

नेपाल एवं भारत पर थोपा गया वर्तमान का लोकतंत्र एक प्रकार की ‘सह-तानाशाही’ (Co-dictatorship) है ! – सदगुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी

हमें, ‘धर्मनिरपेक्षता एवं लोकतंत्र’ का पाठ पढ़ानेवाले इन देशों में आज भी ‘हाऊस ऑफ लॉर्ड्स’ एवं ‘हाऊस ऑफ कॉमन्स’ है और ईसाई धर्म उनके देश का…

व्यक्तिगत जीवन में आनंद एवं त्याग पर आधारित ‘हिन्दू राष्ट्र’ निर्माण हेतु साधना का बल आवश्यक ! – श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति

धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष इन ४ पुरुषार्थों में से अर्थ एवं काम प्रारब्धाधीन हैं, तो धर्म एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए क्रियमाण की आवश्यकता…

‘धर्मनिरपेक्षता’ हिन्दुआें के धार्मिक अस्तित्व को ही मिटाने का षड्यंत्र ! – श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दुआें को यह समझ लेना चाहिए कि संविधान में ‘धर्मनिरपेक्षता’ यह शब्द घुसेड़ कर हिन्दुआें के धार्मिक अस्तित्व को ही मिटाने का यह षड्यंत्र था ! हिन्दू…

असफल सिद्ध हुए लोकतंत्र के स्थान पर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना यही एकमात्र विकल्प ! – श्री. कार्तिक साळुंके

प्राचीन काल में राजा यदि अयोग्य आचरण करता हो, तो एेसे राजा काे हटाने का अधिकार जनता को था; परंतु आजकल चुने हुए शासनकर्ता चाहे कितना…

राष्ट्र के उत्कर्ष का समष्टि दायित्व ब्राह्मणों का है ! – सदगुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी

ब्राह्मण वर्ण चारों वर्णों का प्रतिनिधित्व करता है। सभी वर्णों की क्षमता उसमें रहती है। जो व्यक्ति चारों वर्णों को समाविष्ट करते हुए उससे एकरूप होकर विराट…

‘हिन्दू राष्ट्र’ में ही तीर्थस्थलों को उर्जितावस्था प्राप्त होगी ! – सदगुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी

वर्तमान में धर्मसंस्थापना हेतु अर्थात ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु कार्य करना यही गंडकी माता, भगवान हिमालय एवं ईश्वर की आज्ञा होने के कारण सभी को…

विविध क्षेत्रों में पनप रहीं दुष्प्रवृत्तियों को उखाड फेंकने हेतु संगठित रुप से प्रयास करना यही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की नीव ! – श्री. बलवंत पाठक, हिन्दू जनजागृति समिति

आज शिक्षा, वैद्यकीय क्षेत्र एवं न्यायालयीन व्यवस्था आदि क्षेत्रों में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार हो रहा है ! सूचना अधिकार का उपयोग कर भ्रष्टाचार के प्रकरणों…