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देश एवं धर्म के लिए सभी ने त्याग करने की सिद्धता करनी चाहिए ! – श्रीमती प्राची जुवेकर, हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी में यहां के लोहता क्षेत्र के हनुमान मंदिर में २८ जनवरी को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हिन्दू धर्मजागृति सभा संपन्न हुई। इस…

१३ फरवरी को आनेवाली महाशिवरात्री के उपलक्ष्य में जानते है शिवपिंडी के प्रकार एवं उनकी विशेषताएं

पिंडी भग की प्रतीक ‘अरघा’ एवं लिंग के प्रतीक ‘लिंग’ के संयोजन से बनी है । भूमि अर्थात सृजन एवं शिव अर्थात पवित्रता । इस…

एक बार फिर अमेरिकी प्रोफेसर को माघ मेले में खींच लाई भगवान शिव की नगरी

अमेरिका के ऐलोन विश्वविद्यालय में धार्मिक इतिहास विषय के सीनियर प्रोफेसर ब्राइन के. पेनिंग्टन को भगवान शिव की नगरी उत्तरकाशी एक बार फिर माघ मेले…

अमेरिका में हिन्दुत्व पढा रहे प्रोफेसर ब्राइन के. पेनिंग्टन ने कहा, ‘हिन्दुत्व से बेहतर कोई और व्यवस्था नहीं !’

अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना स्थित ऐलोन यूनिवर्सिटी में धार्मिक इतिहास विभाग के सीनियर प्रोफेसर ब्राइन के. पेनिंग्टन ५४ वर्षीय है । प्रो. ब्राइन हिन्दुत्व एवं…

‘सोशल मीडिया’रूपी शस्त्र का सकारात्मकता से उपयोग किया तो अध्यात्मप्रसार संभव – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

‘सामाजिक प्रसारमाध्यम’रूपी (सोशल मिडिया’रूपी) शस्त्र का सकारात्मकता से उपयोग किया तो अध्यात्मप्रसार करना संभव है ! हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त…

IIT कानपुर ने शुरू की हिन्दू धार्मिक ग्रंथों की ऑडियो और टेक्स्ट सुविधा

कानपुर : प्रतिष्ठित इंजिनियरिंग संस्थान इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटी) कानपुर ने हिन्दू पवित्र ग्रंथों के डिजिटलाइजेशन की अनोखी प्रक्रिया शुरू की है, जिसके तहत हिन्दू ग्रंथ और…

मुंबई : अखंड हरिनाम सप्ताह में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रवचन

मुंबई में चुनाभट्टी परिसर के टाटानगर के संत माऊली मंदिर तथा कांजूरमार्ग के महापौर प्रांगण में हाल ही में अखंडित हरिनाम सप्ताह का आयोजन किया…

केरल राज्य में हिन्दू जनजागृति समिति का वृद्धिमान हो रहा धर्मप्रसार का कार्य !

केरल के लोगों में भगवान श्री दत्त के संदर्भ में जादा कुछ जानकारी नहीं है। यहां श्री दत्त के इतने मंदिर भी नहीं है। यहां…

वैदिक शिक्षा को बढावा देने के लिए स्वतंत्र समिति गठन करेगी भारत सरकार

सरकार वैदिक शिक्षा, इसके अध्ययन की विधा को बढ़ावा देने और इस प्राचीन धरोहर को जीवित बनाए रखने पर गंभीरता से विचार कर रही है।