लाखों भक्तों के श्रद्धास्थल, कोल्हापुर जिले के आदमापुर में संत बाळूमामा देवस्थान के न्यासी बोर्ड को भ्रष्टाचार का कारण देते हुए भंग कर दिया गया…
देश के अनेक बडे मंदिर फायदे में होते हुए भी मंदिर समिति की आर्थिक अनुशासनहीनता के कारण मंदिर को वर्ष 2021-22, इस आर्थिक वर्ष में…
मंदिर एवं मंदिरों की पवित्रता के रक्षणार्थ श्री क्षेत्र कानिफनाथ गड, बोपगांव में ३१ दिसंबर को मंदिर विश्वस्तों की बैठक का आयोजन किया गया था…
मंदिर पर्यटन के नाम से केवल पर्यटन नहीं, अपितु मंदिरों की पवित्रता टिकाए रखनेवाले धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन को आगे बढाया जाना चाहिए, ऐसा प्रतिपादन…
श्री क्षेत्र ओझर में 2 एवं 3 दिसंबर को आयोजित की गई द्वितीय ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’के समापन पर ‘राज्यस्तरीय मंदिर महासंघ’की घोषणा की गई…
मूर्ति तोडने से देवता का अस्तित्व नष्ट नहीं होता । देवता सूक्ष्म रूप में एक ही स्थान पर निवास करते हैं । इसलिए, ‘एक बार…
हिन्दू धर्म और मंदिरों की रक्षा के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी औरंगजेब से जोरदार जंग की । इसलिए धर्म की रक्षा के लिए…
जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री स्वामी नरेंद्राचार्यजी महाराज बोले, ‘‘हिन्दू संस्कृति की रक्षा होने के लिए मंदिरों का संगठन होना आवश्यक है । यही काल की आवश्यकता…
मंदिर, हिन्दू धर्म की आधारशिला हैं । उनसे मिलनेवाले ईश्वरीय चैतन्य के कारण ही आधुनिक काल में भी समाज मंदिरों की ओर आकर्षित होता है…
मंदिरों की पवित्रता, शिष्टाचार तथा संस्कृति को संरक्षित करने के लिए ‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’ की ओर से रत्नागिरी जिले में ११ स्थानों पर बैठकें की…