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भटकळमें हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे प्लास्टिक राष्ट्रध्वजके उपयोगके विरोधमें अभियान

समितिने प्लास्टिक राष्ट्रध्वजके उपयोगके विरोधमें भटकळमें अभियान आरंभ किया है । राष्ट्रध्वजका अनादर करनेवालोंपर कठोर कार्यवाही करनेकी मांग भी इस अवसरपर की गई ।

हिंदू जनजागृति समितिके निरंतर अनुवर्ती प्रयासका परिणाम !

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजका उपयोग न हो एवं ऐसी घटनाओंको रोकने हेतु सभी स्तरोंपर तंत्रकी सहायता ली जाए तथा सूचनाओंपर परिणामकारक कार्यवाही की जाए ।

राष्ट्रध्वजका अनादर रोकनेके विषयमें शासन-प्रशासन उदासीन क्यों है ? – हिंदू जनजागृति समिति

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंके विरोधमें अत्यंत प्रभावी रूपसे समिति अभियान कर रही है । इसलिए ठाणेके पुलिसकर्मी तथा सांगलीके अपर जनपद अधिकारीद्वारा कृत्यशील कदम उठाए गए हैं…

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंके विक्रयके विरोधमें ठाणे पुलिसका अभियान

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंका अनादर टालने हेतु ध्वजोंकी निर्मितिपर ही सरकारने प्रतिबंध लगाया है । ध्वजोंका विक्रय करनेवालोंके विरोधमें ठाणेके आरक्षकोंद्वारा अभियान आरंभ किया गया है ।

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंके विरोधमें नगर पंचायतका परिपत्रक !

हिंदू जनजागृति समितिद्वारा ‘राष्ट्रध्वजका अनादर रोकें’ अभियान चलाया जाता है । इस अवसरपर श्रीमती विनीता शिगवणने पंचायतद्वारा राष्ट्रध्वजका अनादर रोकनेके विषयमें परिपत्रक निकाला गया है…

प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंकी बिक्री करनेपर महापालिकाद्वारा होगी दंडात्मक कार्यवाही

महापालिका प्रशासनद्वारा प्लास्टिकके राष्ट्रध्वजोंकी बिक्री करनेपर ५ सहस्त्र रुपयोंका दंड किए जानेकी चेतावनी दी गई है ।

‘भारतके तिरंगेमें परिवर्तन कर केसरी रंग हटा ही देना चाहिए’, ऐसा परामर्श उद्दंड पाकिस्तानद्वारा

‘फैसलाबादमें भारत और पाकिस्तानके मध्य क्रिकेट सामना हुआ । उस समय पाकिस्तानने अपने ध्वजके साथ भारतका भी ध्वज लगाया था । उसमें तिरंगे ध्वजका हरा…

स्वतंत्रताकी सफलताका मूलमंत्र !

इस माह देशकी स्वतंत्रताकी ६५वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी । वैसे तो विश्वके कितने ही देश विविध वर्षोंमें उपनिवेशवादकी दासतासे मुक्त हुए, खरे अर्थोंमें स्वतंत्र  हुए…

कितनी घातक सिद्ध हुई है धर्मनिरपेक्षता !

‘१९४७ में अंग्रेजों और अन्य देशोंकी निगाहमें पाकिस्तान ‘मुसलमान नेशन’ और भारत ‘हिंदु नेशन’ ही माना जाता था । चूँकी हिंदु जाती संस्कारों से उदार…

राष्ट्रको खंडित करना एवं उसे मौन स्वीकृति देना, क्या यह जघन्य अपराध नहीं ?

स्वतंत्रतादिवस विशेष सद्गुरुदेव प.पू. आचार्य स्वामी श्री धर्मेंद्र महाराज, श्रीपंचखंडपीठजीके पावन परिवारके जून २००९ की पत्रिकामें ‘महात्मा रामचंद्र वीरका निर्वाण अखंड भारतके स्वप्नका अवसान’ इस…