स्वतंत्रता-समरके अग्निकुंडमें आहुति देनेवाले सहस्रों क्रांतिकारियोंके उपकार आजके निधर्मी राज्यकर्ता भूल गए हैं । वे क्रांतिकारी तथा राष्ट्रपुरुषोंका आगे दिए अनुसार विकृत इतिहास प्रचारित कर…
वर्तमानमें समाजका एक भाग नीतिपर आधारित होना, तो दूसरा अर्थपर आधृत विकास करनेके लिए संघर्षरत होना : ‘किसी राष्ट्रके लिए ६० वर्षोंका काल अल्प नहीं…
देश ‘श्रावण कृष्ण चतुर्दशी’ इस तिथिको स्वतंत्र हुआ ! अंग्रेजी मानसिकताके कारण स्वतंत्रता दिन ईसाई कालगणनाके ‘१५ अगस्त’को है । भारतीयो, यह मानसिकता त्यागकर भारतका…