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सबका उत्कर्ष करनेवाला ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने की शपथ लें ! – श्री. गोविंद चोडणकर, हिन्दू जनजागृति समिति

श्री. गोविंद चोडणकर ने आवाहन किया कि भ्रष्टाचारी, निरर्थक एवं अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण हेतु हिन्दुओं पर अन्याय करनेवाला धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र परिवर्तित कर सबका उत्कर्ष करनेवाला…

श्रीक्षेत्र सज्जनगढ (जिला सातारा) के श्री रामदासस्वामी संस्थान के अध्यक्षपद पर समर्थ रामदासस्वामी के वंशज श्री. भूषण स्वामी की नियुक्ति !

श्रीक्षेत्र सज्जनगढ के श्री रामदासस्वामी संस्थान के अध्यक्षपद पर समर्थवंशज श्री. भूषण स्वामी को नियुक्त किया गया है। सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की…

पर्यटकों को ओल्ड गोवा में स्थित जेवियर का शव दिखाते समय उनको ‘इन्क्विजिशन’ की भी जानकारी दीजिए ! – श्री. रमेश शिंदे, हिन्दू जनजागृति समिति

पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया यह संगठन गोवा के विविध स्थानोंपर बाबरी मस्जिद का ढाचा गिराए जाने के कारण ६ दिसंबर को ‘काला दिवस’ मनाने का…

नाईजेरियन लोगों के राष्ट्रविघातक कृत्यों के विरुद्ध नालासोपारा के राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठों की बुलंद आवाज !

विविध राज्यों में हिन्दुत्वनिष्ठों की हत्याआें को रोका जाए, ताजमहल में हिन्दुआें को पूजा-अर्चना करने की अनुमति मिले और अनैतिक कृत्य करनेवाले नाईजेरियन लोगों के…

क्रूरकर्मी टीपू सुल्तान की नहीं, अपितु क्रांतिकारियों की जयंतियां मनाइए ! – फुलचंद उबाळे, भाजपा

आज देश के निर्दोष हिन्दुआें की चुन-चुनकर हत्याएं की जा रही हैं; परंतु अधिकांश हिन्दू सोए हुए ही हैं; इसलिए हिन्दुआें को जागृत होना आवश्यक…

धर्मशास्त्रीय आधार न होनेवाले तथा राष्ट्र की हानि करनेवाले पटाखोंपर प्रतिबंध लगाएं ! – हिन्दू जनजागृति समिति

पटाखे जलाना विदेशी परंपरा है तथा हिन्दू धर्म में कहीं पर भी पटाखे जलाने के पीछे किसी शास्त्र अथवा धर्म का आधार नहीं है, साथ…

रामनाथी (गोवा) : ३ दिवसीय ‘वक्ता प्रशिक्षण कार्यशाला’ का भावापूर्ण वातावरण में समापन !

जिस जम्मू-कश्मीर राज्य में धारा ३७० लागू होने के कारण भारत के अन्य प्रांत के नागरिक वहां नहीं रह सकते; तो ये रोहिंग्या मुसलमान वहां…

रोहिंग्या मुसलमानों को भारत से तुरंत बाहर करें ! – समस्त हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा मांग

म्यानमार से भागकर आए हुए ४० सहस्र रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने हेतु कुछ मुस्लिम संघटन, तथाकथित मानवतावादी एवं पुरोगामियोंद्वारा भारत सरकार पर…

राजधर्म ही पारंपरिक राज्यव्यवस्था की नींव ! – प्रा. रामेश्‍वर मिश्र, भारत सरकार के पूर्व सांस्कृतिक सलाहकार

वर्ष १९४७ तक इस राजधर्म का सर्वत्र पालन किया जाता था ! उसके पश्‍चात अंग्रेजोंद्वारा भारतीय स्वतंत्रता कानून के अनुसार सत्ता का हस्तांतरण किए जाने…