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सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध
संवैधानिक मार्ग से संघर्ष करने के लिए

‘सुराज्य अभियान’

सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों को रोकें, सुराज्य स्थापित करें

वर्ष २०१७ में अक्षय तृतीया के शुभमुहुर्त पर सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक मार्ग से संघर्ष करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति के ‘सुराज्य अभियान’ का प्रारंभ हुआ । हममें से हर कोई ‘हिन्दू राष्ट्र’ देखना चाहता है। हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष कर स्वतंत्रता प्राप्त की, परंतु स्वतंत्रता का अर्थ हिन्दू राष्ट्र नहीं है । स्वराज्य मिल गया है, किंतु सुराज्य भी मिलना चाहिए। स्वराज्य, सुराज्य एवं आध्यात्मिक संकल्पना पर आधारित शासन व्यवस्था; इन तीनों का संगम ही हिन्दू राष्ट्र है, ऐसा निश्चित कह सकते हैं । आज सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार फैला है। इस संबंध में सभी में रोष है; परंतु उस संबंध में क्या कर सकते हैं, यह ज्ञात न होने के कारण हम अटक जाते हैं और भ्रष्ट व्यवस्था का एक भाग बन जाते हैं। शासकीय एवं सामाजिक क्षेत्र के अनाचारों के विरुद्ध संवैधानिक पद्धति से संघर्ष करना एवं जागृति करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।

सुराज्य अभियान के अंतर्गत हो रहे अभियान

रेल्वे स्थानकों पर बंद पड़ी ‘वॉटर वेंडिंग मशीन’ पुन: शुरु करने के विषय में अभियान

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‘रेल नीर’ पर अधिक दाम वसूलने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध अभियान

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अन्य अभियान

जलप्रदूषण के संबंध में ‘राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण’ को याचिका

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राज्य महामार्ग पर (NH4A) सुरक्षा निर्देश के अभाव के संदर्भ में पत्रव्यवहार

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सभी स्थानों पर Maximum Retail Price (अधिकतम मूल्य) के अनुसार ही दरें ली जाएं, इस संबंध में जागरूकता अभियान

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अपने क्षेत्र में हो रही दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध वैध मार्ग से संघर्ष करना आरंभ करें !

विभिन्न क्षेत्रों में हो रही दुष्प्रवृत्तियों के कुछ उदाहरण

नागरिकों के काम को जानबूझकर पूर्ण करने में देरी करना
नागरिकों को बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने हेतु बाध्य करना
जनता के साथ असभ्य व्यवहार
कार्यालय के काम का समय कहीं और व्यर्थ करना
कार्यालय समय से पहले बंद करना
महाविद्यालय में नए छात्रों के साथ ‘रैगिंग’
विद्यालय तथा महाविद्यालय के छात्रों को प्रवेश देने के लिए बडी मात्रा में डोनेशन मांगना
शिक्षकों का स्थानांतरण(बदली) करने तथा रोकने के लिए रिश्वत मांगना
विद्यालय या महाविद्यालय में छात्रों की आवश्यक संख्या न होने पर भी गलत संख्या दिखाकर सरकारी अनुदान प्राप्त करना
विद्यालय के शिक्षकों द्वारा निजी ट्यूशन लेकर विद्यालयीन छात्रों से उनके ट्यूशन में आने के लिए दबाव डालना
विद्यालय या महाविद्यालय के परिणामों को अधिक सटीक दिखाने के लिए परीक्षाओं के समय उत्तर बताकर या ‘कॉपी’ करने में छात्रों की सहायता करना
रोगियों को सस्ती औषधियों के स्थान पर महंगी औषधियां और उपकरण खरीदने पर बाध्य करना
आइसीयू (ICU) में रोगी की मृत्यु होने पर भी परिजनों को बताए बिना वहीं रखकर उपचार कर अस्पताल की फीस लेना
आवश्यकता न होने पर भी शल्यचिकित्सा (सर्जरी) के लिए बाध्य करना
अनावश्यक रूप से महंगे चिकित्सा परीक्षण (टेस्ट) करवाना
डॉक्टर तथा अस्पताल द्वारा रोगियों से अतिरिक्त शुल्क लेना
मिलावटी खाद्य पदार्थ या दूध बेचना
पेट्रोल, डीजल आदि भरनेवाले पंप पर मात्रा में या गुणवत्ता को लेकर धोखाधडी
हवाबंद उत्पादों पर अधिकतम मूल्य (एमआरपी) से अधिक मांगना
अधिक लाभ कमाने के लिए तराजू/तोलनयंत्र के साथ छेडछाड कर ग्राहकों को फंसाना
आईआरसीटीसी द्वारा रेलवे में बेचे जानेवाले खाद्य पदार्थ के लिए शुल्कदर जारी करने पर भी यात्रियों से अधिक पैसे वसूलना
राष्ट्रीय एवं धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाला प्रसारण करना
झूठे समाचार प्रसारित करना, श्रद्धास्थानों का अनादर करना
ब्लैकमेल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठना
अश्लीलता एवं नग्नता को बढावा देनेवाले विज्ञापन प्रकाशित करना
अपमानजनक और असामाजिक तथा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचानेवाला प्रसारण करना
सामाजिक विकृति एवं हिंसा का समर्थन हो या उन्हें बढावा मिले, ऐसे लेख तथा चित्र प्रकाशित करना

लोकतंत्र में फैली दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संघर्ष करने की पद्धति

सूचना के अधिकार का प्रयोग करें!

शिकायत तथा ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांगें संबंधित लोगों तक पहुंचाएं!

पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करें!

जनआंदोलन एवं विरोध प्रदर्शन करें !

जनहित याचिका द्वारा न्यायालय में जाएं !

सामाजिक क्षेत्र में अपने परिचितों से मिलें तथा उन्हें समिति के कार्य की जानकारी दें

सामाजिक क्षेत्र के व्यक्तियों से समिति के कार्यकर्ताओं का संपर्क आयोजित करें

ग्राहक अधिकार, सूचना का अधिकार अधिनियम तथा अन्य विषयों पर व्याख्यान आयोजित करें

भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्य करनेवालों के लिए शिविर आदि का आयोजन करें

सुराज्य अभियान के कार्य हेतु दान करें

सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता निर्माण करें

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