नागार्जुन, ७वीं शताब्दीके आरंभके रसायन शास्त्रके जनक हैं । इनका पारंगत वैज्ञानिक कार्य अविस्मरणीय है । विशेष रूपसे सोने धातुपर शोध किया एवं पारेपर उनका संशोधन कार्य अतुलनीय था । उन्होंने पारेपर संपूर्ण अध्ययन कर सतत १२ वर्ष तक संशोधन किया । पश्चिमी देशोंमें नागार्जुनके पश्चात जो भी प्रयोग हुए उनका मूलभूत आधार नागार्जुनके सिद्धांतके अनुसार ही रखा गया |