प्राण : नाक के माध्यम से भीतर ली जानेवाली वायु- अर्थात् सांस
अपान : नाक के माध्यम से हम जो वायु बाहर छोडते हैं- अर्थात् उच्छवास
व्यान : हमारे अवयवों की गतिविधियों हेतु आवश्यक वायु
मान : रक्ताभिसरण करनेवाली वायु
उदान : अन्न पचाने में सहायता करनेवाली वायु
नघ : डकार लानेवाली वायु
कुरम् : पलकों को बंद करने तथा खोलने हेतु आवश्यक वायु
कृकल : जंभाई लाने वाली वायु
देवदत्त : भूख निर्माण करने वाली वायु
धनंजय : मृत्यु के उपरांत शरीर को फुलाने वाली वायु