अ. खांसते तथा छींकते समय मुंह के सामने / नाक सामने रुमाल पकडें ।
आ. मार्गपर ना थूकें ना ही गंदगी न फैलाएं।
इ. मिला हुआ खाद्य पदार्थ सभी में बांटकर खाएं एवं अपने सुख में सभी को सम्मेलित करें ।
ई. दिए हुए वचन एवं समय का पालन करें ।
उ. प्रत्येक बार घर से बाहर जाते समय देवताओं को नमस्कार करें । बडों एवं गुरुजनों को यह बताकर जाएं कि आप कहां जा रहें हैं ।
ऊ. किसी से भेंट होनेपर स्मित हास्य करते हुए नमस्कार करें । सभी के साथ नम्रता से वर्तन करें ।
ए. आयु से बडे व्यक्ति, विद्वान एवं संतों का आदर करें ।
ऐ. दो बडों के वार्तालाप के बीच में न बोलें ।
ओ. बडों के सामने आसन (कुर्सी) अथवा उच्चासनपर न बैठें ।
औ. किसी का उपहास अथवा निंदा न करें ।
अं. सभी के साथ प्रेमपूर्ण वर्तन करें एवं आवश्यक्ता के अनुसार उन्हें सहायता करें ।
क. किसी के विषय में अयोग्य चिंतन न करें तथा किसी को दुख ना दें ।
ख. स्वयं को प्राप्त हुआ ज्ञान बांटें; क्योकि ज्ञान बांटने से बढता है ।