भगतसिंह(फांसी – २३ मार्च १९३१)
सरदार भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त एवं भगवती चरणवोरा आदि स्वतंत्रता सेनानी ‘हिंदुस्थान सोशलिस्ट रिपब्लिकन असोसिएशन’संघटना के सभासद थे । साइमन कमिशन के विरोध में आंदोलन छेडते समय लाहौर के दो आरक्षक अधिकारी स्काट तथा सांडर्सद्वारा की गई मारपीट के कारण लाला लाजपतरायजी का देहांत हुआ था । इस निर्दयी अत्याचार का प्रतिशोध लेने के लिए भगतसिंह एवं अन्य स्वतंत्रतासेनानियोंद्वारा आरक्षक अधिकारी सांडर्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई । तदुपरांत भूमिगत स्थिति में ही भगतसिंग तथा बटुकेश्वर दत्त ने देहली विधानसभा में बम फेंककर ब्रिटिश साम्राज्य को दूसरी बार (पुनश्चः) हिलाकर रख दिया । इस योजना के सूत्रधार स्वातंत्रसेनानी भगतसिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को फांसी का दंड दिया गया ।