भारतीय संस्कृतीत ज्या
चौसष्ट कलांचा उल्लेख आला आहे त्या अशा…
१. गीत |
२. वाद्य |
३. नृत्य |
४. नाटय |
५. आलेख-रेखाकर्म |
६. गोंदणे |
७. फुलोरा रचणे |
८. पुष्पशेज रचना |
९. मेंदी रचना |
१०. रत्नजड़विणे |
११. जिन्नस -रचना |
१२. जलतरंग |
१३. चित्रकला |
१४. पुष्पहार रचना |
१५. कशीदा काम |
१६. भरत काम |
१७. पुष्प-कर्ण फूले रचना |
१८. जल अटकाव रचना |
१९. पेये तयार करणे |
२०. पडदे तयार करणे |
२१. सुगंधी द्रव्ये बनविणे |
२२. वीणावादन |
२३. कोडी, उखाणे सोडविणे |
२४. मूर्तिकला |
२५. ठकविद्या |
२६. वाचन |
२७. ऐतिहासिक देखावे बनविणे |
२८. समस्यापूर्ती |
२९. बोथाटी, दांडपट्टा खेळणे |
३०. बागकाम करणे |
३१. मंत्र-तंत्र-यंत्र विज्ञान |
३२. काव्यकल्पना |
३३. नजरबंदी |
३४. कोटीबाजपणा |
३५. सुतारकाम |
३६. बांधकाम |
३७. रत्नपरीक्षा |
३८. धातुपरीक्षा |
३९. वृक्षपरीक्षा |
४०. खाणीची परीक्षा |
४१. हातचलाखी |
४२. हरहुन्नर कसब |
४३. वशीकरण |
४४. पगडबंदी |
४५. केशरचना |
४६. पाक कौशल्य |
४७. फासे खेळणे कसब |
४८. मुठीतील गुपित ओळखणे |
४९. शृंगारसाजाची रचना |
५०. चौर्यकला |
५१. झुंज लावण्याचे कसब |
५२. पोपट-मैना इत्यांदिस बोलावयास शिकवणे |
५३. देशभाषेचे सांगोपांग ज्ञान |
५४. वेगवेगळे गंध तयार करणे |
५५. तौलनिक भाषा विज्ञान |
५६. उत्साहित करण्याचे कसब |
५७. चेटूक करणे |
५८. रंगीत रत्ने तयार करणे |
५९. वस्त्रे तयार करणे |
६०. बहुरूप्याचे कसब |
६१. छंद रचनाज्ञान |
६२. इंद्रजाल |
६३. मुलांचे खेळ |
६४. जारणमारण |