माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
‘हिन्दू जनजागृति समिति’ने असमके अन्य समविचारी संगठनोंको साथ लेकर, एनडीएफबी आतंकवादियोंद्वारा आक्रमण किए गए असमके बिखरे आदिवासीयोंको सहायता करनेका निश्चय किया है । हम आप सभीको ‘हिन्दू जनजागृति समिति’के इस उदार कार्यमें अर्पण करनेकी विनती करते हैं ।
मदत क्यों आवश्यक है ?
आपको ज्ञात है कि दिसम्बर २०१४ के अन्तिम सप्ताहमें एनडीएफबी के आतंकियोंने असमके चार जनपदोंमें आदिवासियोंपर आक्रमण किए । इस आक्रमणके कारण सहस्रो आदिवासीयोंको अपने घरका त्याग कर शीत वातावरणमें पुनर्वसन कैम्पस् एवं अन्य प्रकारके आश्रयस्थानोंमें निवास करना पडा । ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ एवं अन्य संगठन असमके पीडित आदिवासीयोंको अन्न, आवास एवं आवश्यक वस्रोंकी पूर्ति करने हेतु उनतक पहुंचनेका प्रयास कर रहे हैं ।
यहां कुछ छायाचित्र दिए गए हैं, जो इस वास्तवको दर्शा रहे हैं कि ये पीडित आदिवासी इन आश्रयस्थानोंमें किस प्रकार रहते हैं, किस प्रकार वे क्रौर्यताका सामना कर रहे हैं एवं ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ तथा अन्य संगठन किसप्रकार उन्हें सहायता कर रहे हैं ।
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आप किस प्रकार सहाय्य कर सकते है ?
हम अापसे विनती करते है की इस उदार कार्यमें हिन्दू जनजागृति समिती को अर्पण कर आसाम राहत कार्यमें मदत करें ! इच्छुक व्यक्ती निम्न जानकारी के अनुसार अर्पण कर सकते है…
१. चेक अथवा डीमांड ड्राफ्ट (DD) ‘Hindu Janajagruti Samiti’ के नाम से निकाले ।
२. केवल भारत से आए हुए अर्पण ही स्वीकारें जाएंगे ।
३. ‘हिन्दू जनजागृति समिती’के नाम से किए हुए सभी अर्पण पर ८०-जी आयकर अधिनियम-१९६१ के (Section 80G as per IT Act 1961) आधार पर छुट दी जाएंगी ।