सातारा में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !
सातारा : सातारा में हिन्दू जनजागृति समिति तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों की ओर से ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ का आयोजन किया गया था। उस समय पू. कुंभार महाराज संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि, ‘अयोध्या का श्रीराम मंदिर हिन्दुओं का मंदिर है तथा वह हिन्दुओं का ही रहेगा, हिन्दुओं को संघटित होकर राममंदिर का निर्माणकार्य करना चाहिए !’ इस अवसर पर अन्य कुछ मांगे भी की गई। इस समय रणरागिणी भी सम्मिलित हुई थी।
उस समय की गई मांगे . . .
‘श्रीराममंदिर का निर्माणकार्य करने की समयमर्यादा निश्चित करें साथ ही वहां हिन्दुओं को निरंतर पूजा-अर्चना करने की अनुमती मिलें’, ‘घुसपैठी रोहिंग्या मुसलमानों को देश बाहर करें’, तेलंगाना में बोधना स्थित इंद्र नारायण वैष्णव मंदिर का परिवर्तन ‘देवल मस्जिद’ में अर्थात तेलंगाना की ‘बाबरी’ ऐसा किया गया है। उसे पुनः मंदिर में परिवर्तित करें’, ‘पाकिस्तान ने श्री. कुलभूषण जाधव को फांसी का दंड सुनाया है, उसे निरस्त करवाएं !’
इस समय समिति के श्री. हनुमंत कदम ने आंदोलन के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी। आंदोलन को रणरागिणी शाखा की श्रीमती विद्या कदम, श्रीमती रूपा महाडीक, श्रीमती गीतांजली गोंधळेकर तथा समिति के श्री. महेंद्र निकम ने भी संबोधित किया।
मान्यवरोंद्वारा व्यक्त किये गए विचार . . .
भारत को इस्त्राईल एवं अमरिका इन देशों का आदर्श लेना चाहिए ! – श्री. शिवराज तलवार
श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. शिवराज तलवार ने कहा कि, ‘श्री. कुलभूषण जाधव को भारत में पुनः लाने के लिए पूरे देश में आंदोलनों का आयोजन करें ! यदि कुलभूषण इस्त्राईल या अमरिका के नागरिक रहते, तो अभीतक उन देशों ने पाकिस्तान को नष्ट कर कुलभूषण जाधव को अपने देश में लाते ! समय आने पर पाकिस्तान पर आक्रमण भी करना चाहिए !’
पाकिस्तान को नष्ट करना चाहिए ! – अधिवक्ता श्री. गोविंद गांधी
अखिल हिन्दू महासभा के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष तथा अधिवक्ता श्री. गोविंद गांधी ने कहा कि, ‘अयोध्या, काशी, मथुरा के मस्जिदों के स्थानों पर मंदिरों का निर्माण कार्य करें। ‘अखंड हिन्दू राष्ट्र’ की निर्मिती होनी चाहिए, पाकिस्तान को नष्ट करना चाहिए !’
मागों की पूर्तता हेतु जिलाधिकारी कार्यालय मे ज्ञापन प्रस्तुत !
उपर्युक्त मांगों का ज्ञापन यहां के जिलाधिकारी कार्यालय में श्री. कुंभार को प्रस्तुत किया गया। उस समय समिति के श्री. हेमंत सोनावणे, विश्व हिन्दू परिषद के शहर मंत्री श्री. जितेंद्र वाडकर, रणरागिणी शाखा की श्रीमती रूपा महाडिक तथा श्रीमती नीला निंबाळकर उपस्थित थी।
क्षणिकाएं
१. आंदोलन के समय वहां साधारण वेश में पुलिसकर्मी उपस्थित थे !
२. आंदोलन में सम्मिलित ‘सातारा के बालासाहब’ के नाम से पहचाने जानेवाले श्री. भगवानराव शेवडे की ओर उपस्थितों का ध्यान आकर्षित हो रहा था !
३. आंदोलन के समय लोग अधिक संख्या में उपस्थित थे।
४. ‘फेसबुक लाईव्ह’ के माध्यम से २०० से भी अधिक लोगों ने आंदोलन का लाभ ऊठाया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात