अफगानिस्तान और सीरिया में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आइएस और अल कायदा से जुड़े वाले केरल के दो आतंकी अमेरिकी हवाई हमलों में मारे गए हैं। अफगानिस्तान के नांगरहार में मारे गए आतंकवादी की पहचान याहिया उर्फ बेस्टिन (२४) के तौर पर हुई है। सीरिया में मारे गए आतंकवादी का नाम अबु ताहिर (२५) बताया जाता है। वह अल कायदा के संगठन जबात-अल-नुसरा के लिए काम कर रहा था। दोनों केरल के पलक्कड़ के कासरगोड़ के रहने वाले थे। दोनों के परिवार वालों को वाट्सऐप व टेलीग्राम के जरिए उनकी मौत की जानकारी मिली।
केरल में राष्ट्रीय जांच एजंसी (एनआइए) के एक अधिकारी के अनुसार, याहिया और ताहिर सितंबर २०१४ में पलक्कड़ के २६ युवकों के साथ लापता हो गए थे। दोनों इस्तांबुल होते हुए सीरिया पहुंचे। वहां से याहिया को कुछ दिन पहले आइएस ने नांगरहार भेज दिया था। याहिया के परिजनों ने स्थानीय पुलिस को बताया है कि, उसकी मौत की सूचना लापता होने के बाद नांगरहार पहुंचे अन्य एक युवक अशफाक मजीद कल्लूकेट्टिय पुरायिल ने वाट्सऐप पर भेजी। याहिया के बारे में परिवार वाले मान रहे थे कि, वह यहूदी बन गया है। अशफाक ने अपने संदेश में कहा कि, याहिया अमेरिकी सेना से लड़ते हुए मारा गया है। अशफाक ने और जानकारी मांगे जाने पर कोई जवाब नहीं भेजा। याहिया के पिता विंसेंट ने पुलिस को बताया है कि, एक साल पहले उसने अपना धर्म बदला था। इसाई धर्म के बेस्टिन ने इस्लाम कबूल कर लिया था और उसके बाद अपनी पत्नी मरियम उर्फ मेरिन व बड़े भाई ईसा उर्फ बेक्सन और भाभी फातिमा के साथ लापता हो गया था। सीरिया में मारे गए ताहिर के बारे में दोहा में रह रहे उसके परिजनों को कुछ अनजान लोगों ने जानकारी दी। ताहिर ने पलक्कड़ के एक दैनिक में कुछ दिन काम करने के बाद आतंकवाद की राह पकड़ ली। एक पखवाड़ा पहले अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में पडन्ना का रहने वाला मुर्शीद मोहम्मद मारा गया था।
स्त्रोत : जनसत्ता