‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ !
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परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रम
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स्वामी समर्थ महाराज मठ में व्याख्यान
हिन्दुत्व के विचार घर-घर में पहुंचने चाहिएं ! – महिलाओं की प्रतिक्रियाएं
स्वामी समर्थ महाराज की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में लोकमान्यनगर के स्वामी समर्थ मठ में भी ‘हिन्दुसंघटन – समय की मांग’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया गया। १२५ जिज्ञासुओं ने इसका लाभ उठाया। उपस्थित महिलाओं ने ‘ये विचार घर-घरतक पहुंचने चाहिएं’, ऐसी उत्स्फूर्त प्रतिक्रिया दी ! उपस्थित लोगों ने ठाणे की एकता यात्रा में सम्मिलित होने की सिद्धता भी दर्शाई। ठाणे के अंबिका योगकुटीर के प्रमुख श्री. रामचंद्र सुर्वे को सभागार उपलब्ध होने के संदर्भ में संपर्क किया। उन्होंने सनातन के ग्रंथों के संदर्भ में जानकर लिया।
ठाणे : ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत ठाणे जिले में हिन्दू एकता यात्रा, ग्रंथप्रदर्शनी, प्रवचनें एवं कानूनी विषयों पर अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन, मंदिर स्वच्छता, बैठकें ,सभाएं जैसे विविध उपक्रमों का आयोजन किया गया है।
• शिवसेना पार्षद की हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य में सम्मिलित होने की सिद्धता
• सनातन संस्था के प्रदर्शनी का पार्षदोंद्वारा अवलोकन
यहां २३ अप्रैल को कामगारनगर के दादा एकता ग्रुप ऑटोचालक संघ में सनातन की ओर से ग्रंथप्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसरपर रणरागिणी शाखा की श्रीमती सुनीता पाटिल एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता उपस्थित थे। पार्षद एवं शिवसेना गट विभाग सेवक श्री. दिलीप बारटक्के ने ग्रंथप्रर्शनी का अवलोकर न कर समिति के कार्य की प्रशंसा की और समिति के कार्य में सम्मिलित होने की सिद्धता दर्शाई। पार्षद श्रीमती चिंदरकर एवं पार्षद श्री. एकनाथ भोकर सहित अन्य राजनीतिक लोगोंद्वारा प्रदर्शनी का लाभ उठाया गया।
हिन्दू एकता यात्रा में सम्मिलित होने का निर्धार
२५ अप्रैल को लोकमान्यनगर के ४० वर्ष पुराने महाकाली मंदिर का ८वां वर्धापन दिवस मनाया गया। इस समय वहां पर ‘हिन्दुसंघटन : समय की मांग’ इस विषय पर श्रीमती सुनीता पाटिल ने प्रवचन लिया। इस प्रवचन का ७० जिज्ञासुओं ने लाभ उठाया। इस अवसरपर उपस्थित लोगों ने एकता यात्रा में सम्मिलित होने के लिए सकारात्मक सहमति जताई।
देवी महाकालीद्वारा ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना हेतु आशीवार्द मिला, ऐसा प्रतीत होना
श्रीमती सुनिता पाटिल ने इस विषय को रखा। उसके पूर्व मंदिर के मुख्य पुजारी ने वहां भीड होते हुए भी श्रीमती पाटिल को बुलाया और उनको देवी का कुंकुम, फूल एवं प्रसाद दिया, साथ ही उन्होंने उनको देवी के सामने के दीपों के पंक्ति में निहित एक दीप प्रज्वलित करने के लिए कहा। इसके माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से देवी ने ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना हेतु आशीर्वाद दिया ऐसा प्रतीत हुआ !
व्याख्यान कहां कहां पर लिए गए ?
• महाकाली मंदिर, लोकमान्यनगर
• स्वामी समर्थ मठ, लोकमान्यनगर
• शिवाजीनगर
• चेकनाका
• कल्याण
‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना हेतु भावपूर्ण प्रार्थना
शिवाजीनगर एवं चेकनाका में समिति के श्री. अतुल देव ने अपने प्रवचनों में ‘हिन्दू एकता की आवश्यकता’ को विशद किया। इस अवसरपर उपस्थित ५० लोगों ने ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना हेतु अत्यंत भावपूर्ण पद्धति से प्रार्थना की !
समितिद्वारा आयोजित प्रवचन में १०० स्वामी समर्थभक्तों की उपस्थिति
कल्याण : स्वामी समर्थ महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में यहां हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हिन्दुसंघटन : समय की मांग’ इस विषय पर श्रीमती दीक्षा पेंडभाजे ने मार्गदर्शन किया। १०० समर्थभक्तों ने इसका लाभ उठाया। इस अवसरपर श्रीमती पेंडभाजे ने ‘धर्म एवं संस्कृति’ की रक्षा हेतु सभी को संघटित रूप से कार्य करने का महत्त्व विशद किया।
क्षणचित्र – स्वामी समर्थ संप्रदाय के प्रमुखोंद्वारा कल्याण में ‘हिन्दू एकता यात्रा’ में सम्मिलित होने की सिद्धता दर्शाई गई।
मातोश्री जमनाबाई कन्या विद्यालय में व्याख्यान
कल्याण : यहां परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में मातोश्री जमनाबाई कन्या विद्यालय से संपर्क कर ‘आज की अयोग्य शिक्षाप्रणाली एवं उसके लिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ की आवश्यकता’ इस विषयपर समिति की श्रीमती दीक्षा पेंडभाजे ने उपस्थित ११ अध्यापकों का उद्बोधन किया।
मंदिर स्वच्छता अभियान में धर्माभिमानी स्वयंस्फूर्ति के साथ सम्मिलित
अंबरनाथ : २५ अप्रैल को यहां के पूर्वीय क्षेत्र के सोमेश्वर रहिवासी संघ के मंदिर की स्वछता और उसके पश्चात ‘हिन्दुसंघटन : समय की मांग’ इस विषय पर प्रवचन लिया गया। इस उपक्रम में २ धर्माभिमानी स्वयंस्फूर्ति से सम्मिलित हुए। साप्ताहिक सनातन प्रभात की पाठक श्रीमती मीना वास्के पूरा दिन सेवा के लिए रुक गईं थी। स्वच्छता हेतु हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती गिरीजा भावे एवं श्रीमती किशोरी कुलकर्णी सहित ९ लोग उपस्थित थे। श्रीमती किशोरी कुलकर्णी ने कहा, ‘‘सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी राष्ट्रगुरु हैं और वे ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। समाज में व्याप्त अनैतिकता एवं अधर्माचार को नष्ट कर कल्याणकारी समाजव्यवस्था लाने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं है। इसके लिए ‘हिन्दुसंघटन’ आवश्यक है !
समाज में से महनीय व्यक्ति, राजनेता अथवा बड़े बड़े कलाकार अपने अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में स्वयं को केंद्रिभूत रखकर कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं; किंतु राष्ट्र एवं धर्म हेतु दिनरात परिश्रम करनेवाले परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ऐसा कुछ न कर हिंदुत्वनिष्ठों को ‘राष्ट्र एवं धर्म’ हेतु कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। उनकी कृपा से ही इन अभियानों को सकारात्मक प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है ! इसके लिए उनके चरणों में जितनी भी कृतज्ञता व्यक्त करें, अल्प ही है !
हिन्दुत्वनिष्ठ संघटन एवं धर्मप्रेमियों को ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत उपक्रमों में सम्मिलित होने का अमूल्य अवसर !
• हिन्दू राष्ट्र जागृति सभाओं का आयोजन करना
• हिन्दू शौर्य जागरण शिविरों का आयोजन करना
• ‘गुरुकृपायोग के अनुसार साधना’ इस विषय पर प्रवचनों का आायोजन करना
इन उपक्रमों का आयोजन करने हेतु संपर्क : श्री. सुनील घनवट – भ्र. भाष क्र. ९४०४९५६५३४
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात