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हिन्दुओं की समस्याओं का निराकरण करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना के बिना अन्य पर्याय नहीं ! – श्री. मनोज खाडये

हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा शिवजयंती के उपलक्ष्य में व्याख्यान

श्री. मनोज खाडये

कोल्हापुर : शिवजयंति के निमित्त २९ अप्रैल को रात्रि ८ बजे उंचगांव के श्री मंगेश्वर मंदिर के निकट संयुक्त शिवजंयति उत्सव, उंचगांव की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उस कार्यक्रम में हिन्दू जनजागृति समिति के पश्चिम महाराष्ट्र समन्वयक श्री. मनोज खाडये संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने ऐसा प्रतिपादित किया कि, ‘हिन्दुओं की समस्याओं का निराकरण करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना करना अनिवार्य हुआ है !’

उस समय व्यासपिठ पर समिति के सर्वश्री मधुकर नाझरे, जिला परिषद के सदस्य श्री. महेश चौगुले उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के लिए ५०० जिज्ञासु उपस्थित थे।

कार्यक्रम में सर्पमित्र तथा बिजली के धक्के के कारण एक महिला जल गई थी। उसे बचानेवाले सर्पमित्र तथा श्री शिवप्रतिष्ठान के सर्वश्री संदीप सांळुखे, सर्पमित्र लक्ष्मण कुलूर तथा सामाजिक कार्यकर्ता नामदेव वाईगडे इनको मान्यवरों के हाथों सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के लिए श्री शिवप्रतिष्ठान के सर्वश्री शरद माळी, विजय करी, सतीश मुसळे, दीपक रेडेकर, अमित पाटिल, विजय गुळवे, सागर गुळवे आदि हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे।

श्री. मनोज खाडये ने आगे कहा कि,

१. श्री विठ्ठल मंदिर, श्री तुळजाभवानी मंदिर तथा श्री महालक्ष्मी मंदिर में अर्पण किया गया धन तथा अलंकारों में अधिक मात्रा में अपहार किया जा रहा है। इस अपहार के विरोध में हिन्दू कब संघटित होंगे तथा कब जागृत होंगे ?

२. हिन्दुओंद्वारा अर्पण किया गया धन अल्पसंख्यंकों की चापलूसी करने हेतु उपयोग किया जा रहा है। यदि चर्चों तथा मस्जिदों का धन हिन्दुओं के लिए व्यय नहीं किया जाता, तो हिन्दुओं के मंदिरों का धन ईसाई तथा मुसलमानों के लिए क्यों व्यतित किया जाता है ?

३. यदि हिन्दू संघटित होकर पुलिसकर्मियों को मस्जिदों पर प्रसारित किए जानेवाले भोंपू के संदर्भ में पूछते, तो आज एक भी मस्जिद पर भोपुओं का प्रसारण नहीं किया जाता !

४. अपने बच्चों पर अच्छे संस्कार करने के लिए हर हिन्दू को धर्मशिक्षा वर्ग में सम्मिलित होना चाहिए !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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