जिज्ञासुओं को आनंद प्रदान कर उनको क्रियाशील बनानेवाले पुणे एवं पिंपरी-चिंचवड में विविध विषयोंपर आयोजित किये जा रहे व्याख्यान !
पुणे : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृत महोत्सव का दिन जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे विविध उपक्रमों को प्राप्त प्रतिसाद बढ रहा है। पुणे में भी विविध स्थानोंपर व्याख्यान आयोजित किए जा रहे हैं। इसकी विशेषता यह है कि विविध विषयोंपर व्याख्यान हो रहे हैं तथा उससे जिज्ञासु प्रभावित होकर क्रियाशील हो रहे हैं। इस संदर्भ का वृत्तांत यहां प्रस्तुत कर रहे हैं . . .
व्याख्यानों के विषय
• परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीद्वारा बताया गया व्यष्टि एवं समष्टि साधना का महत्त्व एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता !
• गुरुकृपायोग के अनुसार साधना एवं हिन्दू राष्ट्र !
• महिलाओंपर होनेवाले आघात एवं स्वसंरक्षण, साथ ही धर्माचरण की आवश्यकता !
• साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता !
लष्कर क्षेत्र के हिन्द तरुण मंडल के व्याख्यान में ४१ जिज्ञासु उपस्थित
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पुणे के लष्कर क्षेत्र के हिन्द तरुण मंडल में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रवीण नाईक ने ‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीद्वारा बताया गया व्यष्टि एवं समष्टि साधना का महत्त्व और हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। ४१ जिज्ञासुओं ने इस मार्गदर्शन का लाभ उठाया। कार्यक्रमस्थल पर सनातनद्वारा प्रकाशित ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। इस समय समिति की ओर से पुणे छावणी परिषद के उपाध्यक्ष तथा भाजपा पार्षद श्री. दिलीप गिरमकर, साथ ही भाजपा के पुणे शहर महिला मोर्चा की उपाध्यक्षा श्रीमती माधुरी गिरपकर को सनातन के ग्रंथ भेंट दिए गए।
वैशिष्ट्यपूर्ण
प.पू. डॉक्टरजी के चरणों में कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर मिलने से अधिवक्ताओं की भावजागृति होना
हिन्द तरुण मंडल के व्याख्यान में उपस्थित अधिवक्ता श्री. प्रशांत यादव ने प.पू. डॉक्टरजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में हमें भी अपना कृतज्ञतापुष्प उनके चरणों में समर्पित करने का अवसर प्राप्त हुआ तथा उससे मुझे आनंद प्रतीत हुआ, ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यह बताते समय उनका भाव जागृत हुआ।
हिन्दुत्वनिष्ठों, आप इस ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ में किस प्रकार से सम्मिलित हो सकते हैं ?
अ. हिन्दू राष्ट्र जागृति सभाओं का आयोजन करना
आ. हिन्दू शौर्य जागरण शिविरों का आयोजन करना
इन उपक्रमों का आयोजन करने हेतु संपर्क : श्री. सुनील घनवट ९४०४९५६५३४
‘माणूस परिवार’ में संपन्न व्याख्यान से प्रभावित होकर बिबवेवाडी में व्याख्यान का आयोजन
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पुणे ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत ‘माणूस परिवार’ संघटन के सदस्यों के लिए ३० अप्रैल को मार्गदर्शन का आयोजन किया गया था। इस अवसरपर संघटन के १२ पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे। समिति के श्री. चैतन्य तागडे ने ‘गुरुकृपायोगानुसार साधना एवं हिन्दू राष्ट्र’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। इस अवसरपर नाथ संप्रदाय के अनुसार साधना करनेवाले श्री. गणेश चव्हाण के हाथों श्री. तागडे को सम्मानित किया गया। संघटन के सदस्य श्री. महावीर ओसवाल ने इस व्याख्यान से प्रभावित हो गए और उन्हों ने बिबवेवाडी में व्याख्यान लेने की मांग की।
‘माणूस परिवार’ संघटन के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. सुरेंद्र जगतापद्वारा व्याख्यान के आयोजन में प्रधानता !
‘माणूस परिवार’ संघटन के संस्थापक-अध्यक्ष श्री. सुरेंद्र जगतापद्वारा प्रवचन का संपूर्ण रूप से आयोजन किया गया। श्री. जगताप ने उत्स्फूर्तता से सभी को सनातन के सात्त्विक उत्पादों का क्रय करने, साथ ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना कार्य में सम्मिलित होने का आवाहन किया। उपस्थित जिज्ञासुओं में से ‘माणूस परिवार’ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री. दुष्यंतराजे जगताप ने उत्स्फूर्तता से ‘हिन्दू धर्म का प्रवक्ता’ बनने की इच्छा व्यक्त की और इसके लिए कहींपर भी मार्गदर्शन हेतु आने की सिद्धता दर्शाई !
पिंपरी-चिंचवड में प्रवचन के समय शिवसेना पार्षदोंद्वारा समिति का सम्मान
थेरगाव की शिव कॉलनी वरिष्ठ नागरिक संघ के विरंगुळा केंद्र में ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ इस विषय पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अनिल कुंभार ने व्याख्यान लिया। १८ जिज्ञासुओं ने इस व्याख्यान का लाभ उठाया। तत्पश्चात शिवसेना पार्षद श्री. सचिन भोसले ने श्री. कुंभार को सम्मानित किया। उपस्थित सभी जिज्ञासुओं ने विषय अच्छा लगने की बात कही।
व्याख्यान में उपस्थित छात्राओंद्वारा स्वसंरक्षण प्रशिक्षण की मांग
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सातारा मार्ग के साप्ताहिक सनातन प्रभात के पाठक श्री. श्रीकांत गोडबोलेद्वारा संचालित छात्रालय में समिति की कु. क्रांति पेटकर ने ‘महिलाओंपर हो रहे आघात एवं स्वसंरक्षण, साथ ही धर्माचरण की आवश्यकता’ इस विषय पर ३० अप्रैल को मार्गदर्शन किया। इसका १५ छात्राओं ने लाभ उठाया। उपस्थित सभी छात्राओं ने स्वसंरक्षण प्रशिक्षण का महत्त्व जान लिया और शौर्य जागरण शिविर की मांग भी की।
सन ब्राईट विद्यालय में आयोजित प्रवचन में ६० अध्यापक उपस्थित
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यहां के आंबेगाव परिसर के सन ब्राईट विद्यालय में महाराष्ट्र दिवस पर संपन्न ध्वजारोहण समारोह के पश्चात डॉ. ज्योति काळे ने ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ इस विषय पर प्रवचन लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के ६० अध्यापक एवं अध्यापिका उपस्थित थीं। इस अवसरपर श्रीमती काळे ने कुलदेवता के नामजप का महत्त्व एवं स्वभावदोष निर्मूलन के कारण प्राप्त परिणामों के संदर्भ में बताया। प्रवचन के पश्चात कुछ अध्यापिकाओं ने जिज्ञासु वृत्ति के साथ विविध विषयों पर जानकारी ली।
किसी संत के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा मिलकर सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के निर्मूलन हेतु विविध उपक्रम चलाए जाना, यह ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना का ही संकेत है !
– श्री. अभय वर्तक, प्रवक्ता, सनातन संस्था
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की चैतन्यमय वाणी में निहित मार्गदर्शनों की ध्वनिचक्रिकाओं का सामाजिक संकेतस्थलोंद्वारा प्रसारण
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में उनकी चैतन्यमय वाणी में निहित विविध विषयों पर किये गए मार्गदर्शन की ध्वनिचक्रिकाओं का प्रसारण सामाजिक संकेतस्थलोंद्वारा (वॉट्स अॅप, फेसबुक आदि) हालही में प्रारंभ किया गया। साधना, नामजप का महत्त्व, व्यष्टि एवं समष्टि साधना इन विषयोंपर ८ से १० मिनटों की ध्वनिचक्रिकाओं को क्रमशः प्रसारण किया जाएगा। साधना ही व्यक्ति के जीवन में निहित विविध समस्याओं का एकमात्र उत्तर है; किंतु समाज में साधना का निश्चित अर्थ क्या है, इस विषय में भ्रम होता है। ऐसे समय में समाज में व्याप्त हर घटक को परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की अध्यात्मशास्त्र के विविध विषयोंपर निहित अमृतवाणी का शास्त्रशुद्ध लाभ मिले; इसके लिए इन ध्वनिचक्रिकाओं का बडी मात्रा में प्रसारण किया जानेवाला है।
(विशेष सूचना : सभी से यह अनुरोध है कि, साधकों को ये ध्वनिचक्रिकाएं उनके नियमित वॉट्स अॅप समूहद्वारा प्राप्त होंगी तथा पाठक इसके लिए स्थानीय साधकों से संपर्क करें)
‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषय पर लिए गए प्रवचन
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात