परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू एकता फेरी’
सामाजिक कार्य का अर्थ समाज में व्याप्त रज-तम के आवरण को निकाल कर उसमें निहित चैतन्य को खुला करना !
‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत सामाजिक अभियान चलाने का अर्थ है, समाज में व्याप्त रज-तम के आवरण को निकाल कर उसमें निहित चैतन्य को खुला करना ! नियमों पर ग्रासित काले आवरण को निकाल कर शासन को नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए बाध्य बनाना एवं सत्य पर निहित आवरण को निकालने का अर्थ है सामाजिक कार्य करना !’
– प.पू. पांडे महाराज, सनातन आश्रम, देवद, पनवेल (२.५.२०१७)
कल्याण : अनेक विदेश आक्रमणकारियों की वक्रदृष्टि होते हुए भी उन सभीपर भारी छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों से पवित्र बना कल्याण शहर ऐसे अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी है। परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र के विविध स्थानोंपर हिन्दू एकता फेरी का आयोजन किया गया है। उसीका एक अंश के रूप में शहर में हिन्दुओं के मन में ‘हिन्दू राष्ट्र’ की ज्योत को प्रज्वलित कर उनको चैतन्य की दिशा में अग्रसर बनानेवाली, साथ ही शौर्यजागरण करनेवाली हिन्दू एकता फेरी निकाली गई। ‘हिन्दू राष्ट्र’ के एक ही लक्ष्य को मन में रखकर शहर के हिन्दू संघटित बनने का भी यह ऐतिहासिक क्षण !
इस फेरी में ४०० हिन्दुत्वनिष्ठ सम्मिलित हुए। इस फेरी को देखकर हिन्दुओंद्वारा ‘हर राज्य में इस प्रकार की फेरी निकालनी चाहिएं’, ऐसी उत्स्फूर्त प्रतिक्रिया व्यक्त की गई !
सनातन के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक के फेरी में सम्मिलित होने के कारण पेट-दर्द से ग्रस्त पुलिसकर्मियों को मुंहतोड उत्तर देनेवाले साधक !
इस फेरी के लिए वैध पद्धति के अनुसार अनुमति हो कर भी फेरी के पहले दिन मध्यरात्रि के १२.४५ बजे गुप्तचर विभाग में कार्यरत एक अधिकारीद्वारा सनातन के साधक से संपर्क कर फेरी के संदर्भ में जानकारी ली गई।
इस अधिकारी ने बताया, ‘अभय वर्तक बहुत स्पष्टता के साथ बोलते हैं। आप उन्हें क्यों बुलाते हो और उद्बोधन करने के लिए कहते हो ? आपकेद्वारा ऐसा करने से हम आप पर अपराध प्रविष्ट करेंगे ! (ओवैसी भाईयों को उनकेद्वारा दिए जानेवाले भडकाऊ वक्तव्यों के संदर्भ में ऐसा पूछने का साहस गुप्तचर विभाग करेगा क्या ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) तब साधकद्वारा, ‘यदि ओवैसी भाई अपने मतों को व्यक्त कर सकते हैं, तो अभय वर्तक क्यों नहीं ?’, यह प्रतिप्रश्न किए जानेपर वो अधिकारी चूप हो गया। (हिन्दू धर्म के संदर्भ में अभिमान जागृत होने से ही सनातन के साधक इतनी स्पष्टता के साथ बोल सकते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) तत्पश्चात उन्होंने साधक को धमकाते हुए कहा, ‘तुम मुझे तुमको उठाकर ले जानेपर विवश न करो !’ तब साधक ने उनको धैर्यता के साथ प्रत्युत्तर देते हुए कहा, ‘साहब, क्या मैं अभी पुलिस थाने आऊं क्या ? आप को जो कार्रवाई करनी है, वो आप अभी करें !’
गुप्तचर विभाग, सीआयडी और आयबी के साधे वेशभूषावाले पुलिसकर्मियों ने फेरी का चित्रीकरण किया। (क्या, अन्य धर्मियों के कार्यक्रमों का इस प्रकार से चित्रीकरण किया जाता है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
चैतन्यमय फेरी का उत्साह के साथ आरंभ !
हिन्दुत्वनिष्ठ व्याख्याता श्री. दुर्गेश परुळकर के हाथों फेरी के आरंभ में ध्वजपूजन किया गया। तत्पश्चात शंखनाद से फेरी का आरंभ हुआ। सायंकाल ५ बजे कल्याण (पश्चिम) के साई चौक से फेरी का प्रारंभ होकर वह गोल्डन पार्क, बेतुकरवाडा, भगवा तालाब, सहजानंद चौक, शिवाजी महाराज चौक से हो कर शंकरराव चौक पर फेरी की सांगता हुई। तत्पश्चात मान्यवरोंद्वारा फेरी को संबोधित किया गया। अंत में ‘हिन्दू राष्ट्र’ की प्रतिज्ञा लेकर फेरी का समापन हुआ।
हिन्दू राष्ट्र के निर्माण के लिए हिन्दुओं में जागृति होना आवश्यक ! – श्री. नरेंद्र पवार, विधायक, भाजपा, कल्याण
हम हिन्दुस्थान में रहते हुए भी हमारे राष्ट्र को ‘हिन्दू राष्ट्र’ के रूप में मान्यता नहीं है। उसके लिए जागृति करनी पडती है, यह दुर्भाग्यजनक है। ‘हिन्दू राष्ट्र’ हेतु निकाली गई इस फेरी के लिए तथा ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के लिए मेरा पूरा समर्थन है और मैं आप के विचारों से सहमत हूं। ‘हिन्दू राष्ट्र’ के निर्माण के लिए हिन्दुओं में जागृति होना आवश्यक है। मैं इस फेरी में कल्याण से एक ‘हिन्दू’ के रूप में सम्मिलित हुआ हूं !
‘अमृत’ के समान विचारों का पुनरूज्जीवन करना ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना ! – श्री. दुर्गेश परूळकर, लेखक तथा व्याख्याता
हमे पुनः परतंत्र में नहीं जाना है। ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना में अब कोई भी समझौता नहीं। ‘हम किसी के सामने नहीं झुकेंगे !’ छत्रपति शिवाजी महाराज के इस विचार को हरएक ने अपनाना चाहिए। ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना में जो बाधा बनेगा, वह देशद्रोही होगा ! सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का यह अमृतमहोत्सवी वर्ष है। अमृत का अर्थ है, जो विचार कभी मृत नहीं होते, वो अमृत होते हैं। ऐसे विचारों का पुनरूज्जीवन करना ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना करना है। अतः ‘हिन्दू राष्ट्र’ के इस कार्य हेतु क्रियाशील बनें !
‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना होना समय की मांग ! – श्री. मोरेश्वर भोईर, उपमहापौर, कल्याण-डोंबिवली महापालिका
हिन्दुस्थान में ही हिन्दुओंपर अन्याय किए जाने की घटनाएं होती हैं। हिन्दू धर्मियों के साथ अन्याय की किसी भी घटना को गंभीरता से नहीं लिया जाता; किंतु अन्य धर्मियों के संदर्भ में एक छोटी सी घटना होनेपर उसको धार्मिक रंग चढ़ाया जाता है। इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना समय की मांग बन गई है !
‘हिन्दू राष्ट्र’ हेतु देश के विविध स्थानोंपर ऐसी ही फेरी का आयोजन किया जाना चाहिए ! – श्री. प्रमोद जोशी, हिन्दू महासभा
आतंकवाद, लव्ह जिहाद, बलात्कार जैसी समस्याओं को रोकने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ ही एकमात्र विकल्प है। परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में निकाली गई इस फेरी की भांति देश के विविध स्थानोंपर भी ऐसी ही फेरी निकालनी चाहिए। उसके साथ ही लोगों के मन में स्थित ‘हिन्दू राष्ट्र’ के विचार को जगाना होगा !
महिलाओं, युवतियों रणरागिणी शाखा के प्रशिक्षणवर्ग में सम्मिलित हो कर सक्षम बनें ! – श्रीमती सुनिता पाटिल, रणरागिणी
आज की महिलाएं पाश्चात्त्यों का अंधानुकरण कर रही हैं। झांसी की रानी, राजमाता जिजामाता, रानी पद्मावती जैसी वीरांगनाओं के शौर्य को आज की महिलाएं भूल गई हैं। उस कारण ही छेडखानी, बलात्कार एवं अत्याचारों की घटनाएं भी बढ रही हैं। इसका प्रतिकार करने हेतु महिलाओं ने रणरागिणी शाखा की ओर से चलाए जानेवाले स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग में सम्मिलित होकर, साथ ही धर्मशिक्षा लेकर महिलाओं पर हो रहे आघातों का प्रतिकार करने हेतु सिद्ध होना चाहिए !
फेरी का सामाजिक संकेतस्थलों के माध्यम से बडी मात्रा में प्रसार !
कल्याण की इस हिन्दू एकता फेरी का सामाजिक संकेतस्थल के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। फेरी के चलचित्र को लगभग १ लाख २५ सहस्र २३६ लोगों ने देखा, तो फेरी में स्थित धर्मध्वज के पूजन का चलचित्र ४७ सहस्र २३४ लोगोंतक पहुंचा। ३३ सहस्र लोगों ने श्री. अभय वर्तक का भाषण ४० मिनटोंतक सुना। साथ ही अन्य मान्यवरों के भाषणों के चलचित्रों का भी अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ !
उपस्थित मान्यवर
भाजपा विधायक श्री. नरेंद्र पवार, भाजपा शहर उपाध्यक्ष डॉ. उपेंद्र डहाके, हिन्दू महासभा के श्री. प्रमोद जोशी, भाजपा के गावकल्याण समिति की सभापति एवं महिला तथा बालकल्याण समिति की श्रीमती वैशाली अर्जुन पाटिल, भाजपा की कल्याण शहर सचिव श्रीमती भावना मनराजा एवं श्रीमती मंदा देशमुख, भाजपा की जनपद अध्यक्षा श्रीमती प्रिया शर्मा, कीर्तन-प्रवचनकार, साथ ही योग शिक्षिका श्रीमती शिवानी नेमावरकर
सम्मिलित संघटना
राष्ट्रीय वारकरी सेना, श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, शंभुराजे प्रतिष्ठान, श्री योग वेदांत समिति, दुर्गवीर प्रतिष्ठान, हिन्दू राष्ट्र सेना, हिन्दू शक्ति वाहिनी, हिन्दू राष्ट्र जनजागरण समिति, समाधीबाबा मित्रमंडल, भाजपा परिवहन संघटन, रणरागिणी शाखा, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति, खंडेलवाल सेवा समिति, कल्याण तथा वैद्य जीम संघटन, साथ ही शिवसेना, भाजपा एवं मनसे आदि राजनीतिक दल
वैशिष्टयपूर्ण
१. हिन्दू राष्ट्र जनजागरण समिति के श्री. मोतीराम गोंधळीद्वारा लाठी का प्रात्यक्षिक दर्शाया गया !
२. उगले भजनी मंडल की ओर से सप्तशृंगी माता मंदिर के सामने ध्वजपूजन किया गया। विशेष बात यह कि, इसी मंदिर से ही कल्याण में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत विविध उपक्रमों का प्रारंभ किया गया !
३. शहर के विविध राजनीतिक दल एवं प्रतिष्ठानोंद्वारा फेरी के मार्गपर परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के छायाचित्र एवं ‘हिन्दू राष्ट्र’ के संदर्भ में उनके विचारों को दर्शानेवाले फलक लगाए गए थे। इसके कारण में भी वातावरण निर्मिती हो गई।
४. शिवकालीन युद्धकुशलता के प्रात्यक्षिक भी इस फेरी के विशेष आकर्षण बन गए !
१०० कोटि हिन्दुओं के मन में ‘हिन्दू राष्ट्र’ की ज्योत प्रज्वलित हो गई, तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना शीघ्र ही होगी ! – श्री. अभय वर्तक, सनातन संस्था
आज पाकिस्तान को ‘मुसलमान’ राष्ट्र, तो इस्राईल को ‘ज्यू’ राष्ट्र माना जाता है; किंतु १०० कोटि जनसंख्यावाले हिन्दुस्थान को ‘निधर्मी’ राष्ट्र कहा जाना हमारा दुर्भाग्य है ! आतंकवादी संघटन इसिस भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने हेतु प्रयासरत है। इसका मुंहतोड उत्तर देने हेतु ‘निधर्मी’ नहीं, अपितु देश को ‘हिन्दू’ राष्ट्र बनाना चाहिए। यदि १०० कोटि हिन्दुओं के मन में ‘हिन्दू राष्ट्र’ की ज्योत प्रज्वलित होती है, तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना में विलंब नहीं लगेगा। ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना हेतु हरएक हिन्दू को प्रतिदिन ईश्वर के प्रति प्रार्थना करनी होगी !
कल्याण में हिन्दुओं के संघटन की आवश्यकता ! – श्री. कैलास जाधव, हिन्दू राष्ट्र सेना
हिन्दुओं को संघटित बनाने हेतु इस प्रकार की एकता फेरी का आयोजन, समय की मांग है ! ऐतिहासिक शहर के रूप में कल्याण शहर का रहा परिचय इन इसिस के धर्मांधों के कारण बदल रहा है। अतः इसी पार्श्वभूमि पर कल्याण में हिन्दुओं का संघटन होना आवश्यक हो गया है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात