पोप ने मां से मिलने से किया मना
रोम के वेटिकन सिटी चर्च ने एक कैथोलिक पादरी को ५ से १० वर्ष आयु की ३० बच्चियों का बलात्कार करने के मामले में माफी दे दी है। हालांकि, आरोपी पादरी जोस गार्सिया अताल्फो एचआईवी पीड़ित है और वह इस बात को जानता है। बावजूद इसके उसके विरुध्द किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। पादरी ने भी सभी बच्चियों से बलात्कार की बात की पुष्टि की है। इन पीड़ित बच्चियों में से एक बच्ची की मां ने जब इस मामले में कार्रवाई के लिए वेटिकन सिटी के पोप को खत लिखकर मिलने की इच्छा जताई तो पोप ने इससे इनकार कर दिया और पोप ने कह दिया, “मैटर इज क्लोज्ड।”
आरोपी पादरी अताल्फो ने इस बात का स्वकार किया है कि, उसने दक्षिणी मैक्सिको के ओक्साका की दो दर्जन से ज्यादा लड़कियों का बलात्कार किया है। ओक्साका की अधिकांश जनसंख्या मूल निवासी यानी स्थानीय है। परंतु प्रशासन पर चर्च की मजबूत पकड़ के कारण से पादरी पर किसी तरह का आपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जा सका।
यह वृत्त सबसे पहले वहां की एक स्थानीय वेबसाइट ‘अर्जेन्ट २४ डॉट कॉम’ ने स्पेनिश भाषा में प्रकाशित कीया। घटना पिछले वर्ष सितंबर की है। इस वेबसाइट ने लिखा कि ३० पीड़ित बच्चियों में से केवल दो ही पादरी को निर्दोष ठहराने वाले फैसले को गलत साबित करने के लिए आगे आई हैं। इन्हीं में से एक बच्ची की मां ने रोम के पोप से मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई परंतु वहां से भी उसे निराशा हाथ लगी है। बाद में ब्रिटेन से प्रकाशित समाचारपत्र ‘द सन’ ने ‘अर्जेन्ट २४ डॉट कॉम’ के हवाले से यह वृत्त प्रकाशित कीया।
स्त्रोत : जनसत्ता