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हिन्दुओं में चैतन्यजागृति करनेवाले तथा उनको सत्सेवा के लिए प्रेरित करनेवाले पुणे एवं परिसर में संपन्न मार्गदर्शन !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत विविध उपक्रमों का आयोजन !

शिवगोरक्ष मठ (सिंहगड मार्ग) में संपन्न व्याख्यान के पश्‍चात जिज्ञासुओं का कार्य में क्रियाशील होने का मानस

शिवगोरक्ष मठ में २ बार व्याख्यान लिया गया। शिवगोरक्ष मठ का व्यवस्थापन करनेवाले श्री. सचिन नवलेकरद्वारा मठ में लिए गए दोनों व्याख्यानों के समय बैठने की सुविधा उपलब्ध करा दी गई।

शिवगोरक्ष मठ में मार्गदर्शन का लाभ लेते हुए जिज्ञासु

उस्फूर्त अभिप्राय

१. ‘मुझे कल से ही आप के संस्था में सेवा करनी है, ऐसा कहनेवाली श्रीमती मंगल खंडागळे ! : शिवगोरक्ष मठ में व्याख्यान के पश्‍चात श्रीमती मंगल खंडागळे ने उत्स्फूर्तता से कहा, ‘मुझे कलसे ही आपकी संस्था में सेवा करनी है। वह मैं कैसे कर सकती हूं ? मैं नांदेड सिटी परिसर में एक व्याख्यान का आयोजन करूंगी !’

२. ‘मैं प्रतिदिन २ घंटे सेवा कर सकती हूं’ ऐसा कहनेवाली श्रीमती विनिता माने ! : ‘हम योगासन का वर्ग चलाते हैं। आप हमें आपके उपक्रमों की पत्रिका दें। उसे योगासन वर्ग में बताकर हम क्या क्या कर सकते हैं, यह मैं देखूंगी !’ उन्हों ऐसा भी कहा कि, ‘मैं प्रतिदिन २ घंटे सेवा कर सकती हूं !’

३. सनातन के आश्रम में अनेक उच्चशिक्षित साधक साधना करते हैं, यह वैशिष्टयपूर्ण है !’ ऐसी प्रतिक्रिया देनेवाले श्री. अजय नायडू ! : श्री. अजय नायडू ने हिन्दुत्व के सूत्रपर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘सनातन के आश्रम में अनेक उच्चशिक्षित साधक अन्य बातों को छोडकर साधना करते हैं, यह वैशिष्टयपूर्ण है !’

४. कुछ जिज्ञासुओं ने हम ‘व्हॉट्स अ‍ॅप’ पर निहित लेखन को नियमित रूप से हमारे परिजन एवं मित्रों को भेजते रहेंगे’, ऐसा बताया।

५. ‘हिन्दू एकता फेरी’ में साथ में कुछ लोगों को लेकर सम्मिलित होने की सिद्धता दर्शानेवाली दादीजी ! : हिन्दू एकता फेरी का विषय आनेपर एक दादीजी ने कहा,‘मैं इस फेरी में मेरे परिजनों को साथ लेकर सहभागी होऊंगी और पडोसियों को भी इस विषय में बताऊंगी !’

वडगाव बुद्रकु में साप्ताहिक सनातन प्रभात के पाठकों की ओर से व्याख्यान का आयोजन !

वडगाव बुद्रक के स्वामी समर्थ मठ में समिति के श्री. गजानन मुंजद्वारा व्याख्यान लिया गया। कात्रज के साप्ताहिक सनातन प्रभात के एक पाठक के नेतृत्व में इस व्याख्यान का आयोजन किया था।

स्वामी समर्थ मठ में समिति के श्री. गजानन मुंज विषय प्रस्तुत करते हुए एवं उपस्थित धर्माभिमानी

वडगाव बुद्रकु में साप्ताहिक सनातन प्रभात के पाठकों की ओर से व्याख्यान का आयोजन !

वडगाव बुद्रक के स्वामी समर्थ मठ में समिति के श्री. गजानन मुंजद्वारा व्याख्यान लिया गया। कात्रज के साप्ताहिक सनातन प्रभात के एक पाठक के नेतृत्व में इस व्याख्यान का आयोजन किया था।

स्वामी समर्थ मठ में समिति के श्री. गजानन मुंज विषय प्रस्तुत करते हुए एवं उपस्थित धर्माभिमानी

उत्स्फूर्त सहभाग

१. सवाईमळा, थुगाव के ग्रामवासियों का हर मास में एक व्याख्यान लेने का निश्‍चय ! : मंचर के सवाईमळा, थुगाव (सातगाव पठार) में २५ महिलाएं एवं पुरुषों की उपस्थिति में हिन्दू जनजागृति समिति की कु. मोनिका गावडे ने ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ इस विषय पर व्याख्यान लिया। इस अवसर पर ग्रामवासियोंद्वारा हर मास में एक व्याख्यान लेने का सुनिश्‍चित किया गया।

२. धर्माभिमानियों को नामजप में व्याप्त आनंद प्रतीत होने से उनकेद्वारा सेवा में सम्मिलित होने की सिद्धता दर्शाई जाना : चिंचवड के धर्माभिमानी श्री. ठाकुर प्रभुसिंह किसनसिंह तांडुरवाले से हम पहली बार मिलने गए। हमने उनको कुलदेवता के नामजप का महत्त्व विशद किया तथा उनको सेवा के विषय में भी जानकारी दी। तब उन्होंने उसी दिन से नामजप करना प्रारंभ किया। तत्पश्‍चात उन्होंने मुझे भ्रमणभाष से संपर्क कर कहा, ‘मुझे नामजप के कारण बहुत आनंद प्रतीत हो रहा है। मुझे सेवा में सम्मिलित होना है। हम मेरी गाडी लेकर सेवा के लिए जा सकते हैं !’ – श्री. अशोक कुलकर्णी, पिंपरी-चिंचवड, पुणे

३. सनातन के ग्रंथ अमूल्य हैं तथा भेंट देने के लिए इन ग्रंथो जैसा अन्य कुछ नहीं है ! – श्री. संभूस, वास्तुशास्त्र के अभ्यासक, तळेगाव : सनातन का कार्य अच्छा है। आप सभी बहुत साधना करते हैं; किंतु मैं सनातन के कार्य को समाज तक पहुंचाने में अल्प पडता हूं। मैं मेरे पास आनेवालों को कुछ न कुछ भेंट के रूप में देता रहता हूं। सनातन के ग्रंथ इतने अमूल्य हैं कि, उनके जैसा भेंट देने के लिए उपयुक्त अन्य कुछ नहीं है। मैं आज से ही उन ग्रंथों की भेंट सभी को करता रहूंगा, आप मुझे आप के ग्रंथ दें !’

‘पुणे !’ – भक्ति एवं शक्ति का अपूर्व संगम ! पुणे जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज एवं उनके मावलों(सैनिकों)द्वारा दिखाई गई वीरता के प्रमाण स्थानों स्थानों पर देखने मिलते हैं। इसके साथ ही पुणे को अनेक महान संतों की परंपरा प्राप्त है। पुणे जिले को इन सभी की प्राप्त धरोहर का पोषण करने का कार्य परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में चलाए जा रहे ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के माध्यम से किया जा रहा है। पुरे जिले में चलाए जानेवाले इस अभियान की विशेषता यह है कि, यहां के अनेक स्थानोंपर आयोजित किए गए व्याख्यानों के पश्‍चात उपस्थित जिज्ञासु स्वयंस्फूर्ति से सत्सेवा करने हेतु प्रेरित हो रहे हैं। इससे यह अभियान ईश्‍वरीय है और वह साधक एवं हिन्दुओं के बीच की चैतन्यजागृति का माध्यम है, ऐसा ही कहना पडेगा ! पुणे के नर्‍हेगाव, सिंहगड मार्ग, कात्रज, कर्वेनगर, चिंचवड, भोर एवं मंचर में ‘साधना एवं हिन्दू राष्ट्र’ के साथ ही अन्य विविध विषयोंपर व्याख्यान लिए गए। उसमें प्राप्त अनुभव यहां प्रस्तुत कर रहे हैं . . .

पिंपरी-चिंचवड में सनातन प्रभात के पाठकोंद्वारा सनातनद्वारा प्रकाशित ग्रंथों का वितरण करते समय प्राप्त प्रतिसाद

पुणे : पिंपरी-चिंचवड और परिसर में अभियान के अंतर्गत सनातन प्रभात के पाठकों से भी संपर्क किया जा रहा है। उसमें पाठकों को सनातनद्वारा प्रकाशित ग्रंथों की जानकारी देने के पश्‍चात उनकेद्वारा प्राप्त स्वयंस्फूर्त अभिप्राय यहां प्रस्तुत कर रहे हैं –

१. मुझे ग्रंथों का दान में देना बहुत अच्छा लगता है। सनातन के ग्रंथ अच्छे हैं। ये ग्रंथ सभी लोगोंतक पहुंचने चाहिएं !’ – श्री. बाळासाहेब ढेरे, दैनिक सनातन प्रभात के पाठक

२. मुझे ग्रंथ पढने में रूचि है। समाज में सनातन के ग्रंथों को अध्ययन के लिए देना मुझे बहुत अच्छा लगेगा ! – श्रीमती सुनंदा बाळासाहेब खुटवड (शिक्षिका), साप्ताहिक सनातन प्रभात की पाठक

३. सनातन के अमूल्य ग्रंथों को पढने के लिए मेरे पास समय नहीं है; किंतु समाज में ये ग्रंथ जाने चाहिएं। उससे धर्मकार्य में मेरा आंशिक सहभाग होगा ! – श्री. राजेश अरवंदेकर, श्री स्वामी समर्थजी के भक्त

व्याख्यान आयोजित करने हेतु जिज्ञासु महिलाओं की प्रधानता !

जुन्नर के परदेशपुरा क्षेत्र में श्रीमती अनिता परदेसी एवं श्रीमती कल्पना परदेसी ने व्याख्यान की सिद्धता की, साथ ही महिलाओं को एकत्रित करने हेतु प्रसार भी किया। व्याख्यान में उपस्थित महिलाओं ने यहां पर १५ दिनों में एक बार सत्संग का आयोजित करने की मांग की।

मंचर में हर मास में एक व्याख्यान लेने की मांग !

डोबीमळा, मंचर के धर्माभिमानी श्री. शशिकांत बाणखेले के घर व्याख्यान लिया गया। इस व्याख्यान में २३ जिज्ञासु उपस्थित थे। उनकी पत्नी श्रीमती वैशाली बाणखेले ने इसके लिए स्वयं प्रसार किया। व्याख्यान के पश्‍चात हर मास में एक व्याख्यान लेने की मांग उपस्थितोंद्वारा की गई।

घर-घर जाकर प्रसार करनेवाली धर्माभिमानी श्रीमती वर्‍हाडीदादी !

एलहरे, मंचर में आयोजित व्याख्यान में ३० जिज्ञासु उपस्थित थे। यहां की धर्माभिमानी श्रीमती वर्‍हाडीदादीजी ने ३ बार घर-घर जाकर व्याख्यान का प्रसार किया। यहांपर भी हर मास में एक बार व्याख्यान लेने की मांग की गई।

पू. उदयनाथ महाराज की ओर से समिति के कार्य की प्रशंसा !

सिंहगड मार्ग परिसर के आंबेगाव के शिवगोरक्ष मठ में व्याख्यान का आयोजन किया गया। तत्पश्‍चात पू. उदयनाथ महाराज ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘व्याख्यान बहुत अच्छा था। आप जो कार्य कर रहे हैं, वह बहुत अच्छा है !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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