धार्मिक पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराधों में पराग्वे की रहने वाली ३९ साल की पत्रकारिता की छात्रा ने आॅस्ट्रेलिया में चार मुस्लिम महिलाओं को कथित रूप से चेहरे पर मुक्के मारे।
इस्लाम के प्रति दुर्भावना से किए गए एक के बाद एक चार हमलों में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया। ये हमले बिना किसी उकसावे के किए गए। उनमें से एक पीड़िता ने कहा कि वह हेडफोन लगाकर शहर में घूम रही थी जब एकाएक उसके चेहरे पर मुक्के मारे गए। चारों महिलाओं ने हिजाब पहना हुआ था। सिडनी मार्निंग हेराल्ड अखबार की खबर के अनुसार मारिया क्लाउडिया गिमेनेज विल्सन पर १८ से २३ साल के बीच की उम्र की चार महिलाओं पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया था। पीड़िताएं तब अल्टिमो स्थित यूनिवर्सिटी आॅफ टेक्नोलॉजी यानी यूटीएस के पास व्यस्त सड़क पर चल रही थीं।
मारिया ने कथित रूप से पुलिस से कहा कि उसने मुसलमानों के प्रति नफरत के कारण ये हमले किए। इसके बाद अधिकारी इन हमलों को ‘‘पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराध’’ के तौर पर देख रहे हैं। हनान मरहब नाम की पीड़िता ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘मैं अपने में खोयी खोयी थी जब मेरे सामने एक महिला आयी और मेरे चेहरे पर मुक्का जड़ दिया। उसने मुझसे बात नहीं की, भागी भी नहीं, मुझे मुक्का मारा और इस तरह से चल दी कि जैसे वह मुझसे हैलो कहने आयी हो।
स्त्रोत : जनसत्ता