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परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में; श्रीराम सेना की ओर से १८ मई को मृत्युन्जय शांति यज्ञ एवं धर्मसभा !

श्रीराम सेना की ओर से धारवाड़ में, १८ मई को मृत्युन्जय शांति यज्ञ एवं धर्मसभा का आयोजन

धारवाड (कर्नाटक) : परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन करने के संदर्भ में यहां श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिकद्वारा बैठक का आयोजन किया गया था। आरंभ में श्रीराम सेना के श्री. गंगाधर कुलकर्णी ने कार्यक्रम का उद्देश्य तथा रूपरेखा के संदर्भ में जानकारी दी। तदुपरांत परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी तथा उनके कार्य के संदर्भ में जानकारी देकर श्री. प्रमोद मुतालिक ने कहा कि; अमृतमहोत्सव के दिन कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य यह है कि, प.पू. गुरुदेवजी का चैतन्य ग्रहण कर उसे सहस्रो लोगों तक पहुंचाना है ! ऐसा कर उन्हें भी धर्मकार्य से संलग्न कर लेना है। श्रीराम सेना वृद्धिंगत न हो इस हेतु अनेक लोग हमें कुचलने का प्रयास कर रहे हैं; परंतु हमें आधार एवं साहस देनेवाली एकमात्र संस्था सनातन संस्था एवं परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी हैं ! इसलिए इन विविध कार्यक्रमों के माध्यम से हमें उनके प्रति कृतज्ञता अर्पण करनी है। सब से अधिक मनपसंद विषय है ‘धर्मप्रसार’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना; इसलिए उस दिन एक धर्मसभा का भी आयोजन करेंगे !

‘अमृतमहोत्सव’ अर्थात १८ मई को यहां के गांधीचौक में सवेरे ८ बजे ‘मृत्यूंजय शांतियज्ञ’ का आयोजन किया गया है। इस दिन सवेरे ८ बजे से पुण्याहवाचन, मृत्यूंजय शांति होम, रामतारक होम प्रारंभ आदि विधियों का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती विदुला हळदीपुर भी उपस्थित थीं।

बैठक में कार्यक्रमों का आयोजन के संदर्भ में प्राप्त अभिप्राय ….

श्री. मुतालिक ने ‘कार्यक्रम कैसा हो’ इस संदर्भ में उपस्थित ३५ कार्यकर्ताओं से अभिप्राय प्राप्त किए। इस अवसर पर निम्नानुसार अभिप्राय प्राप्त हुए …

१. धारवाड के श्री दत्तात्रेय देवस्थान में परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के स्वास्थ्यवृद्धि के लिए मृत्यूंजय होम करना

२. अमृतमहोत्सव के दिन धर्मसभा आयोजित करना

३. गुरुदेव के नाम से धर्मरथ (जागृति रथ) बना कर ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार करना

४. सार्वजनिक स्थान पर होम करना

५. धर्मजागृति के लिए विद्यालयों-महाविद्यालयों में ग्रंथों का वितरण करना

६. शोभायात्रा का आयोजन करना

७. भित्तिपत्रक लगाना

८. हर चौक में रहनेवाले युवकों को कार्यक्रम का महत्त्व बता कर सम्मिलित कर लेना

९. पत्रकार परिषदों का आयोजन करना

१०. महिला मंडलों से भेंट करना

११. धारवाड जिले के सभी हिन्दू संघटन तथा समाज के प्रतिष्ठितों से भेंट करना

१२. विविध देवस्थान समिति एवं मंडलों को भेंट देना

कार्यक्रम का दायित्व उत्स्फूर्तता से लेनेवाले धर्माभिमानी !

धर्माभिमानी श्री. प्रवीण लांडे ने संपूर्ण कार्यक्रम का दायित्व स्वीकारा। लगभग ३०० लोगों को सम्मिलित कर लेने का ध्येय निश्चित किया गया।

मृत्यूंजय शांतियज्ञ का दायित्व स्वीकारनेवाले धर्माभिमानी पं. नागेश शास्त्री जोशी !

धारवाड के श्री जगद्गुरु शंकराचार्य विद्यालय के पं. नागेश शास्त्री जोशी ने कहा कि, वे स्वयं व्यय कर पूरे दायित्व के साथ प.पू. डॉक्टरजी के लिए मृत्यूंजय शांतियज्ञ करेंगे !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में श्री. प्रमोद मुतालिक प्रमुख वक्ता रहेंगे। कार्यक्रम का उद्धाटन प्रसिद्ध वैद्य डॉ. एस.आर.रामनगौडर के शुभहाथों किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सहयोगी धुरीण संघटन के श्री. रवी एलिगार उपस्थित रहेंगे।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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