परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ !
सिंधुदुर्ग जिले में विविध कार्यक्रमों का आयोजन
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सवी वर्ष के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत सिंधुदुर्ग जिले में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उन अभियानों को सिंधुदुर्गवासियोंद्वारा अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ। उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के सिंधुदुर्ग जनपद समन्वयक श्री. हेमंत मणेरीकर तथा रणरागिणी शाखा की श्रीमती अंजली मणेरीकर ने उपस्थितों को संबोधित किया।
वैभववाडी
यहां के सुवर्णमंगल कार्यालय में ७ मई को ‘हिन्दू शौर्य जागरण मेला’ आयोजित किया गया था। उस मेले के लिए वैभववाडी पंचायत समिति के सभापति श्री. लक्ष्मण (राजु) रावराणे के साथ कुल मिलाकर ३५ धर्माभिमानी उपस्थित थे। इस समय उपस्थित महिलाओं ने अपनी विविध शंका पूछकर उनका निरसन करवा लिया। मेले में मार्गदर्शन सुनने के पश्चात उपस्थितों ने कोकिसरे गांव में एक प्रशिक्षण वर्ग आरंभ करने की सिद्धता दर्शाई।
वेतोरे
यहां के श्री देव रवळनाथ मंदिर में ८ मई को, ‘युवा शौर्य जागर’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम के लिए २० धर्माभिमानी उपस्थित थे।
रानबांबुळी
मंदिर सफाई कार्यक्रम के अंतर्गत ९ मई को कुडाळ तहसिल के रानबांबुळी गांव के श्री देव रवळनाथ गिरोबा मंदिर की सफाई की गई। सनातन के श्री. सुनिल भोवर ने कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट किया। श्री. पुंडलिक गवस ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कार्य के संदर्भ में जानकारी दी। देवस्थान के मानकरी श्री. बाबुराव परब ने ‘हिन्दू राष्ट्र निर्मिती हो’, इसलिए भगवान के पास प्रार्थना की। यहां के ग्रामस्थ श्री. एकनाथ मळवे ने अभियान में सम्मिलित सभी को शरबत की व्यवस्था की।
तेर्सेबांबर्डे
यहां के श्री विठ्ठल मंदिर में ८ मई के दिन ‘हिन्दू शौर्य जागर मेला’ संपन्न हुआ। तेर्सेबांबर्डे के स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग के युवकों ने उत्स्फूर्तता से इस मेले का आयोजन किया था। कार्यक्रम का सूत्रसंचलन श्री. गणेश धुरी ने किया। श्रीमती नीलिमा सामंत ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अद्वितीय कार्य के संदर्भ में जानकारी प्रस्तुत की।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात