नई देहली : आतंक की जमीन धीरे-धीरे खिसकती जा रही है । छुपने के लिए जगह भी अब कम पड़ रही है । ऐसे में आईएसआईएस का सरगना बगदादी फिर से अपनी ताकत हासिल करने के लिए एक नया खेल खेलने जा रहा है । ये खेल है जहर का । दरअसल बगदादी दुनिया भर से केमिकल एक्सपर्ट को इकट्ठा कर उनसे रासायनिक हथियार बनवा रहा है, ताकि आखिरी प्रयास के तहत वो बड़े पैमाने पर इनका उपयोग कर सके । खबर है कि, रासायनिक हथियारों की खेप वो सीरिया के रक्का शहर में जमा कर रहा है । खबर ये भी है कि, बगदादी फिलहाल इसी रक्का शहर में छुपा है ।
IS तैयार कर रहा है केमिकल वेपन
जब आतंक के आका बगदादी को लगा कि, इराक से अब उसका हुक्का-पानी उठने वाला है तो उसने जैसे न जिएंगे और न जीने देंगे की कसम खा ली है । बगदादी ने इराक में महा तबाही करना शुरू कर दी है और इस तबाही की सबसे बड़ी गवाही दे रही है वो खबर जो आतंक के गढ़ रक्का से बाहर आई है । अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अनुसार, इराक और सीरिया में आखिरी रण के लिए आईएसआईएस तैयार कर रहा है केमिकल वेपन सेल । अपना अधिकार लुटता देख बगदादी ने इराक और सीरिया के अलावा दुनियाभर में फैले अपने केमिकल वेपन एक्सपर्ट्स को जमा करना शुरू कर दिया है और उन्हें रासायनिक हथियारों को बनाने के काम में लगा दिया गया है । अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, सीरिया में रक्का के नजदीक मयादीन और अलकायम के नजदीक सभी केमिकल वेपन एक्सपर्ट्स को जमा किया गया है ।
अपने चीफ को बचाना चाहते हैं आतंकी
ऐसा माना जा रहा है कि, आईएसआईएस ने अपने तमाम खास आतंकियों और हथियारों को यहीं जमा किया है । आतंक का ये पूरी योजना केवल इसलिए तैयार किया जा रहा है कि ताकि आईएसआईएस अपने आका अबू बकर अल बगदादी को बचा सके । ऐसा माना जा रहा है कि बगदादी भी यही छिपा हो सकता है । अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अनुसार, पिछले कुछ सप्ताह में इराक और सीरिया में आतंकी छोटे बड़े कई केमिकल हमले कर चुके हैं । पहले भी ये खबरें आ चुकी है कि आईएसआईएस अपने बचे हुए मजबूत गढ़ों की सुरक्षा के लिए अपने रासायनिक हथियारों की क्षमता को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है और सेनाओं के हमले से अपनी जान बचाने के लिए रिहायशी इलाकों में रासायनिक हथियारों का जखीरा जमा कर रहा है । यूनाइटेड नेशन्स को मिली जानकारी के अनुसार, आतंकी अमोनिया और सल्फर का भंडार इकट्ठा कर रहे हैं । जिसका उपयोग सेना को आगे बढ़ने से रोकने के लिए किया जा सकता है ।
रासायनिक हथियारों से इतना डर इसलिए है क्योंकि ये पल भर में ही हजारों–लाखों लोगों को मौत की नींद सुला देता है । कोई किसी तरह अगर बच भी गया तो बीमारियों की चपेट में आकर घुट-घुटकर मरने के लिए मजबूर हो जाता है । केमिकल वेपन खतरनाक इसलिए भी है क्योंकि जब तक लोगों को इस जहरीले हमले का अंदाजा लगता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है ।
स्त्रोत : आज तक