इंदौर : तोहफों और अलग-अलग सहूलियतों का लालच देकर आदिवासी समुदाय के ११ नाबालिग बच्चों के धर्म परिवर्तन का प्रयास के आरोप में पुलिस ने इंदौर में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। छोटी ग्वालटोली पुलिस थाना प्रभारी संजू कामले ने बताया कि, सरवटे बस अड्डे के पास चार लडकियों समेत ११ नाबालिग बच्चों को कल रात छुड़ाया गया। इसके साथ ही, अलकेश गढ़ावा और हारन डावर को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि, अलकेश और हारन पर आरोप है कि वे हिंदू धर्म में विश्वास रखने वाले आदिवासी बच्चों को ईसाई बनाने के लिये बस से नागपुर ले जा रहे थे।
धर्मांतरण के एवज में बच्चों को तोहफों, मुफ्त पढ़ाई और अन्य सहूलियतों का लालच देने की बात भी कही जा रही थी। कामले ने बताया कि, पुलिस ने गढ़ावा और डावर के विरुध्द भारतीय दंड विधान की धारा ३६३ (अपहरण) और ‘मध्यप्रदेश धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम १९६८’ की संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि, दोनों आरोपियों के चंगुल से छुड़ाए गए नाबालिग बच्चों को बाल अधिकारों के क्षेत्र में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था ‘चाइल्डलाइन’ के सुपुर्द किया गया है।
‘चाइल्डलाइन’ के स्थानीय निदेशक वसीम इकबाल ने बताया कि उनकी संस्था इन बच्चों से बात कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में धर्मांतरण के लिये कोई संगठित गिरोह तो काम नहीं कर रहा है। उन्होंने बताया कि, इन बच्चों को जल्द ही बाल कल्याण समिति के सामने ले जाया जाएगा। समिति इन बच्चों की काउंसलिंग कर इनके बारे में कोई निर्णय लिया जाएगा।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स