रोहा : यहां के जागृत देवस्थान श्री धावीर महाराज मंदिर में हिन्दू धर्माभिमानियों ने ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना में आनेवाली अडचनें दूर हों तथा परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का प्रकृति स्वाथ्य निरोगी रहें, इसलिए प्रार्थना की। उस समय सनातन के साधक श्री. मनीष माळी ने प्रार्थना का उद्देश्य बताया। तत्पश्चात मंदिर में दर्शन हेतु उपस्थित ३० श्रद्धालुओं ने सामूहिक प्रार्थना की।
मंदिर के पुजारी श्री. वरणकर गुरुजी ने कहा कि, ‘सनातन संस्था ‘राष्ट्र एवं धर्म’ का कार्य करती है, अतः उनके लिए प्रार्थना करना, यह हमारे लिए सेवा ही है !’
क्षणिका : उस समय परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के लिए विभूति तथा प्रसाद दिया गया।
मंदिर के न्यासी ने यह विश्वास के साथ बताया कि, ‘सनातन संस्था का कार्य प्रशंसनीय है !’
रोहा के रेल स्थानक के निकट ही रहे श्रीराम मंदिर तथा मारुति मंदिर की सफाई सनातन संस्था के साधकों ने की। उस समय मंदिर के न्यासी ने विश्वास के साथ कहा कि, ‘सनातन संस्था का कार्य प्रशंसनीय है !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
अमरावती के विभिन्न मंदिरों में ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना’ के लिए सामूहिक प्रार्थना
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिरों में मन्नत एवं प्रार्थना
अमरावती : यहां के विभिन्न मंदिरों में ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना शीघ्रातिशीघ्र हो तथा परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी का स्वास्थ उत्तम रहें एवं उन्हें दीर्घायुष्य प्राप्त हो’, इस लिए श्रद्धालुओं तथा हिन्दूत्वनिष्ठों ने सामुहिक मन्नत मांगी तथा प्रार्थना की।
अ. कांग्रेसनगर के श्री अनादिशक्ति देवी मंदिर में मंदिर के पुरोहित श्री. गोस्वामी ने सनातन की श्रीमती ज्योती खाडे तथा श्रीमती विजयकर की उपस्थिती में श्री गणेश के चरणों में मन्नत मांगी।
आ. स्वस्तिक नगर के श्री गजानन महाराज मंदिर में सनातन के श्री. सुहास भुमराळकर ने गजानन महाराज के चरणों में मन्नत मांगी।
इ. मच्छिसाथ के श्री राधाकृष्ण मंदिर में सनातन के श्री. एवं श्रीमती गुल्हाने ने १५ श्रद्धालुओं की उपस्थिती में श्रीकृष्णचरणों में मन्नत मांगी तथा सामूहिक प्रार्थना की।
ई. सिकवाल पुरा के श्री गणपति मंदिर में मंदिर के पुरोहित ने श्री गणेश के चरणों में विधीपूर्वक संकल्प किया तथा वहां आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु उपस्थित एक नवदाम्पत्य ने मन्नत मांगी। उस समय सनातन की श्रीमती गुल्हाने तथा १६ गणेश भक्त उपस्थित थे।
उ. आनंदनगर के श्री रामेश्वर मंदिर में सनातन के श्री. एवं श्रीमती चिखलकर के साथ अन्य भक्तों ने मन्नत मांगी।
अनुभूति
देवता को मन्नत मांगने हेतु संकल्प के लिए पानी हाथ पर लेने के पश्चात वस्तु रखने के समान भारीपन प्रतीत हुआ !
‘श्री रामेश्वर मंदिर में देवता के पास मन्नत मांगने हेतु मैंने संकल्प के लिए हाथ पर जल लिया। उस समय कुछ पल हाथ पर भारी वस्तु रखने के समान भारीपन प्रतीत हुआ।’
– श्री. आकाश चिखलकर, अमरावती
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात