कडवंतरा, एर्नाकुलम् (केरल) : आज हिन्दू एवं हिन्दू धर्मपर जो भी संकट है, उसका मूल कारण अधर्म है । हिन्दुआें को धर्मशिक्षा न होना और पाश्चात्त्य संस्कृति के अंधानुकरण के कारण हिन्दुआें की स्थिति दयनीय हो गई है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु प्रत्येक हिन्दू को धर्माचारण कर ईश्वर का चैतन्य एवं आध्यात्मिक बल प्राप्त करना आवश्यक है । हिन्दू जनजागृति समिति की कु. आदिती सुखटणकर ने एर्नाकुलम जनपद के एस्.एन्.डी.पी. संगठन की बैठक में ऐसा प्रतिपादित किया ।
क्षणचित्र
१. इस प्रवचन में जीवन में प्रतिदिन करने आवश्यक धर्माचारसंबंधी कृत्यों का शास्त्र एवं महत्त्व विशद किया गया ।
२. आयोजकों ने इसके आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम लेने की इच्छा व्यक्त की ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात