वॉशिंगटन : फ्लोरिडा में एक १८ साल के युवक ने अपने २ रूममेट्स की हत्या कर दी क्योंकि वे कथित तौर पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना चाहते थे। डेवन आर्थर्स नाम के आरोपी ने खुद पुलिस को इसकी जानकारी दी। वह खुद पुलिस को अपने रूममेट्स के शवों के पास ले गया। आर्थर्स का दावा है कि, उसके रूममेट्स नव-नाजी विचारधारा के थे और आतंकी घटनाओं को अंजाम देना चाहते थे। दरअसल नव-नाजी समूह हिटलर को अपना आदर्श मानते हैं और हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने से भी नहीं हिचकते।
आर्थर्स ने पुलिस को बताया कि, उसने हाल ही में इस्लाम कबूल किया था और रूममेट्स को उसका धर्मपरिवर्तन रास नहीं आ रहा था। जांचकर्ताओं को आर्थर्स के कमरे में उसके रूममेट्स के शवों के आलावा बम बनाने के सामान और ओकलाहोमा सिटी में बम ब्लास्ट करनेवाले टिमोथी मैकविग की एक तस्वीर भी मिली है।
पुलिस ने आर्थर्स के चौथे रूममेट ब्रैंडन रसेल (२१) को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, रसेल फ्लोरिडा नैशनल गार्ड का सक्रिय सदस्य है और उसने कबूल किया है कि, वह नव-नाजी विचारधारा का है। पुलिस के अनुसार रसेल ने विस्फोटकों को जुटाने की बात कबूल की है।
पुलिस ने आर्थर्स के विरुध्द हत्या का मामला दर्ज किया है जबकि रसेल को विस्फोटक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पिछले शुक्रवार को आर्थर्स ने एक दुकान में बंदूक की नोक पर २ ग्राहकों और एक कर्मचारी को बंधक बना लिया था। वह मुस्लिमों के प्रति भेदभाव की शिकायत कर रहा था। उसने बंधकों को बताया कि, मुस्लिम देशों पर अमेरिका की बमबारी से वह परेशान था। आखिरकार पुलिस मौके पर पहुंची और आर्थर्स को समझा-बुझाकर उसका हथियार रखवाने के बाद उसे हिरासत में लिया गया।
आर्थर्स ने बाद में पुलिस को बताया कि उसने अपने दो रूममेट्स की हत्या कर दी है। वह पुलिस को अपने रूममेट्स के शव के पास ले गया। दोनों रूममेट्स को गोली मारी गई थी।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स