कार्तिक कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
रक्का (सीरिया) – इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने विदेशी नागरिकों के सिर कलम करने के बाद अब अपने लड़ाकों को भी बर्बर सजा देना शुरू कर दिया है। सीरिया सरकार के लिए जासूसी करने और डाका डालने के आरोप में आईएस ने अपने दो लड़ाकों का सार्वजनिक तौर पर सिर कलम कर दिया।
इस्लामिक स्टेट की पुलिस द्वारा दो लड़ाकों को शरिया कोर्ट में पेश किया गया था। सजा सुनाने के बाद सीरिया के अल-बुकमाल शहर में उनका सिर कलम कर दिया गया। एक लड़ाके को डकैती और मुस्लिमों से पैसा वसूलने का दोषी पाया गया। दूसरे को आईएस के खिलाफ जासूसी करने और गबन का दोषी माना गया। दोनों को शहर के मध्य इलाके में सार्वजनिक तौर पर यह बर्बर सजा दी गई।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट ने बताया कि एक लड़ाका मुस्लिमों को पैसे उधार देता था और सूदखोरी करता था। वहीं, दूसरा आतंकी सीरिया सरकार की मुखबिरी करता था। उसने मुजाहिद्दीनों को ट्रैक करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक चिप भी लगा रखी थी। इससे सीरिया सरकार को उनके संगठन की जियो लोकेशन पता चलती रहती थी। इसकी मदद से सीरिया के फाइटर जेट आतंकियों पर हवाई हमला करते थे।
ब्रिटिश जिहादी की पश्चिमी देशों को धमकी
इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट पर हो रहे हवाई हमले से नाराज आईएसआईएस आतंकी ने एक बार फिर से पश्चिमी देशों को धमकी दी है। ब्रिटिश जिहादी ने अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन में जारी वीडियो में कहा कि वे उन विदेशी सैनिकों का सिर काट डालेंगे, जो उनके इलाके में घुसने की हिम्मत करेंगे। इस वीडियो में किसी भी आतंकी ने चेहरे पर नकाब नहीं डाला है। आतंकी की पहचान अबु अब्दुल्ला अल-ब्रितानी के रूप में की गई है। वह दक्षिणी अंग्रेजी लहजे में बोल रहा है। जबकि दो लोग फ्रेंच ओर जर्मन में बात कर रहे हैं। इसलिए साफ है कि वे लोग इन देशों के नागरिक होंगे।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर