जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मलिक को यहां मैसुमा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “उन्हें (मलिक) केंद्रीय जेल में भेजा गया है !” मलिक शनिवार को त्राल के रतसुना गांव गए थे, जहां उन्होंने सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर सबजार बट व फैजान अहमद के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी।
सबजार आैर फैजान सैमोह गांव में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। सबजार ने ८ जुलाई, २०१६ को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद संघटन की कमान संभाली थी।
बट ने आम नागरिकों के बीच अपना नेटवर्क तैयार किया, जो इलाके में आतंकवादी संघटन को मदद उपलब्ध कराते थे। सबजार की वानी को गले लगाते, उसे पीठ पर उठाए मुस्कुराती हुई तस्वीरें सोशल मीडिया के जरिए कश्मीर में तेजी से फैल जातीं। अपने एक साथी आतंकवादी फैजान के साथ २८ वर्षीय सबजार शनिवार को त्राल के सैमोह गांव में सुरक्षा बलों के हाथों चार घंटे चली मुठभेड़ में मार गिराया गया। बसबजार की मौत के बाद पूरे कश्मीर में विभिन्न जगहों पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
स्त्रोत : जनसत्ता