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सोलापुर में ‘हिन्दू एकता फेरी’ के माध्यम से साधक एवं धर्माभिमानियों ने किया चैतन्यानुभव !

सोलापुर में संपन्न हुई ‘हिन्दू एकता फेरी’ !

‘लाना होगा, लाना होगा, हिन्दू राष्ट्र लाना होगा’ की घोषणाओं से गूंज उठा आकाश ।
वीररस के साथ साधकों के भक्तिभाव से चैतन्यरूप में अवतरित हुए भगवान ।।

हिन्दू एकता फेरी में सम्मिलित साधक एवं धर्माभिमानी हिन्दू

सोलापुर : यहां २४ मई को विशाल हिन्दू एकता फेरी संपन्न हो गई। जाजुभुवन बालीवेस से फेरी का प्रारंभ होकर चार मूर्ति के यहां फेरी का समापन हुआ। इस फेरी में विविध संप्रदायों के एवं सनातन के साधक, हितचिंतक एवं समिति के कार्यकर्ता सब मिल कर ५५० से भी अधिक धर्माभिमानियों ने ‘लाना होगा, लाना होगा, ‘हिन्दू राष्ट्र’ लाना होगा’, की घोषणा करते हुए हिन्दुत्व का जागरण किया। प्रारंभ में तळे हिप्परगा के पूर्व सरपंच श्री. राजाभाऊ हौशेट्टी एवं बार एसोसिएशन के अधिवक्ता श्री. लक्ष्मण मारडकर ने धर्मध्वज का भावपूर्ण पूजन किया। श्री. शैलेश जोशी ने पूजन का पौराहित्य किया। तत्पश्‍चात श्री तुळजाभवानी देवी के पुजारी तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. अमित कदम ने शंखनाद किया। फेरी में फूलों से सजाए गए रथ में परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की प्रतिमा रखी गई थी। फेरी में सम्मिलित बालसाधकों ने राष्ट्रपुरुषों की वेशभूषा कर लोगों का उद्बोधन किया। फेरी के समय सनातन निर्मित ग्रंथों का वितरण भी किया गया। कुछ स्थानोंपर सनातन प्रभात के पाठक एवं हितचिंतकों ने धर्मध्वज को पुष्पमाला समर्पित कर फेरी पर पुष्पवृष्टि की। फेरी में अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ अपने परिजनों के साथ सम्मिलित हुए। इस्कॉन एवं पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापू की वेदांत सेवा समिति के साधक भी फेरी में सम्मिलित हुए। पूरी फेरी में परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का अस्तित्व प्रतीत होकर सभी की भावजागृति हो रही थी !

विविध स्थानोंपर फेरीपर की गई पुष्पवृष्टि !

१. चाटी गली व्यापारी संघटन की ओर से श्री. गोपाल सोमाणी एवं उनके परिजनोंद्वारा फेरी को पुष्पमाला समर्पित कर पुष्पवृष्टि की गई।

२. सराफ एसोसिएशन की ओर से श्री. प्रेम जाड ने धर्मध्वज को पुष्पमाला समर्पित कर पुष्पवृष्टि की।

३. ‘मधला मारुति’ यहां के आनंद स्वीट्स के स्वामी श्री. आनंद मोटगी एवं नडगिरे पेंट्स के श्री. नडगिरे ने धर्मध्वज को पुष्पमाला समर्पित कर स्वागत किया। श्री. विजयकुमार निरोळे ने भी पुष्पमाला समर्पित कर स्वागत किया।

४. भांडे गली की श्रीमती पूजा मंठळकर ने धर्मध्वज का औक्षण कर पुष्पवृष्टि की।

५. ‘आजोबा गणपति’ के आजोबा गणपति न्यास के श्री. गंगाधर गवसने ने फेरी पर पुष्पवृष्टि की।

६. पुरानी फौजदार चावडी यहां के बिराजदार मेडिकल के श्री. अमरनाथ बिराजदार एवं श्री. संजय हिरेमठ ने धर्मध्वज को पुष्पमाला समर्पित कर फेरी का स्वागत किया।

७. सोन्या मारुति चौक के श्री. श्रीकांत सरवदे ने धर्मध्वज को पुष्पमाला समर्पित कर फेरी का स्वागत किया।

८. दत्त चौक यहां के शुभराय मठ की श्रीमती शुभांगी बुवा ने औक्षण कर फेरी का स्वागत किया।

हिन्दुत्वनिष्ठों के तेजस्वी विचार

‘प्रभावशाली हिन्दू एकता’ ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की नींव ! – श्री. मनोज खाडये, हिन्दू जनजागृति समिति

आज देश में हिन्दुओं को अनेक समस्याओं का सामना करना पड रहा है। हमारे देवालय एवं गोमाता सुरक्षित नहीं हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज ने देवालय एवं गोमाता की रक्षा की थी; किंतु आज की स्थिति इसके विपरीत है। इस समस्या के शाश्‍वत समाधान हेतु हिन्दुओं का प्रभावशाली संघटन आवश्यक है और यह संघटन ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ की नींव सिद्ध होगी ! आज यहां हर व्यक्ति अपना राजनीतिक दल एवं संप्रदाय को बाजू में रखकर एक ‘हिन्दू’ के रूप में संघटित हुआ है। आज की फेरी ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना की दिशा में दौड़ते हुए एक अश्‍व की भांति ही है !

‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ यही परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी का जीवन कार्य ! – श्रीमती अनिता बुणगे, सनातन संस्था

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीद्वारा वर्ष १९९८ में ही वर्ष २०२३ में ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना होगी ऐसी बात कही गई थी। आज की फेरी इसकी नींव है। परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने व्यष्टि साधना हेतु ‘गुरुकृपा योग’, तो समष्टि साधना हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ बताई है। इसके अनुसार आचरण करने से निश्‍चित रूप से हमारे जीवन का सार्थक होगा। ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ यही समष्टि के कल्याण हेतु दिन-रात परिश्रम करनेवाले परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का जीवन कार्य है !

धर्म के संदर्भ में जागृति करने के फल स्वरूप में है यह ‘हिन्दू एकता फेरी’ ! – अधिवक्ता श्री. लक्ष्मण मारडकर, अध्यक्ष, बार एसोसिएशन

स्वसंस्कृति का विस्मरण होने से हिन्दू पाश्‍चात्त्यों का अंधानुसरण कर रहे हैं। सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीद्वारा हिन्दुओं में धर्म के संदर्भ में जागृति किए जाने के फल स्वरूप में है आज की यह हिन्दू एकता फेरी है !

हमें हमारे हिन्दू होनेपर गर्व होना चाहिए ! – अधिवक्ता श्रीमती अपर्णा रामतीर्थकर, सामाजिक कार्यकर्ती

सोलापुर में लव्ह जिहाद का संकट बडा है और उससे अनेक हिन्दू लडकियों का धर्मांतर भी हुआ है। हमारा धर्म, देवालय एवं हमारी महिलाएं असुरक्षित बन गई हैं, इसका हिन्दुओं को भान कराना पड रहा है। हमें हमारे हिन्दू होनेपर गर्व होना चाहिए !

हिन्दुओंपर बिना किसी कारण प्रतिबंध लगानेवाले हिन्दूद्वेषी पुलिसकर्मी !

फेरी का समापन हुतात्मा चार मूर्ति के यहां होनेवाला था; किंतु अंतिम क्षणों में पुलिसकर्मियों ने इस सभा को पत्रकार भवन में लेने के लिए कहा; किंतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पुलिसकर्मियों की इस सूचना का स्वीकार किया गया। (पुलिस एवं प्रशासन की चौकट में रहकर हिन्दू अपना कार्य करते हैं; किंतु धर्मांध इसके विपरीत पुलिसकर्मियोंपर ही आक्रमण करते हैं। ऐसी स्थिति होते हुए भी हिन्दूआें के सामने अपना पौरुषत्व दिखानेवाले पुलिसकर्मी धर्मांधों को मात्र खुली छूट देते हैं ! अतः किसी को ऐसा लगे कि, पुलिसकर्मियों के संकट काल में हिन्दू उनकी सहायता क्यों करें ?, तो उसमें अयोग्य क्या है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

क्षणचित्र

१. भगवी पगडियां एवं भगवे ध्वजों के कारण वातावरण भगवा बन गया था !

२. समाज के एक व्यक्ति ने फेरी की ओर देखकर नमस्कार किया !

३. फेरी के समापन के पहले एक गाय लंबे समयतक हंबरती रही !

४. स्थानीय समाचारवाहिनी ‘इन चैनल’द्वारा पूरी फेरी का सीधा प्रसारण किया गया।

फेरी की विशेषताएं

• परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के हिन्दू राष्ट्र स्थापना के प्रेरणादायी विचारों को प्रदर्शित करनेवाला चित्ररथ

• परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का छायाचित्र रखा हुआ फूलों से सजाया गया चित्ररथ तथा उसमें कृष्ण-अर्जुन की भूमिका को साकार करनेवाले बालसाधक

• स्वसंरक्षण प्रशिक्षण के अंतर्गत लाठी के प्रदर्शन

• हाथों में भगवे ध्वज लिए पारंपरिक वेश में निहित रणरागिणी पथक

• उद्बोधन करनेवाला क्रांतिकारी, राष्ट्रपुरुष एवं संतों के वेश में निहित बालसाधकों का समूह

• ‘आपातकाल की संजीवनी – प्रथमोपचार’ पथक

• माथे पार कलश लिया हुआ महिला पथक

‘फेसबुक लाईव्ह’ के माध्यम से सीधा प्रसारण

इस हिन्दू एकता फेरी का सामाजिक संकेतस्थल ‘फेसबुक’ के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। १२ सहस्र से भी अधिक लोगों ने फेसबुक के माध्यम से इस फेरी को देखा।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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