परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ !
युवकों को राष्ट्र एवं धर्म रक्षा हेतु प्रोत्साहित करनेवाला प्रेरणादायी शौर्य जागरण शिविर !
अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में आरंभ किये जा रहे इन शौर्य जागरण शिविरों को समाजद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है। स्वसंरक्षण प्रशिक्षण की अनिवार्यता, शौर्य जागरण का महत्त्व तथा राष्ट्र एवं धर्म के प्रति होनेवाले कर्तव्य का भान इन कारणों से इस प्रकार के शिविर लगातार आयोजित करने चाहिए, इस प्रकार का उत्स्फूर्त प्रतिसाद धर्माभिमानियोंद्वारा व्यक्त हो रहा है। हिन्दुओं में हिन्दुत्व तथा शौर्य जागृत हो रहा है, यह केवल भगवान श्रीकृष्ण की कृपा के कारण ही संभव हो रहा है !
कल्याण : यहां के अन्नपूर्णा नगर में २८ मई को ‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत शौर्य जागरण शिविर संपन्न हुआ। उस समय सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक ने शिविर में सम्मिलित धर्माभिमानियों को मार्गदर्शन किया। २८ मई को स्वातंत्र्यवीर सावरकर तथा महाराणा प्रताप की जंयति दिन का सुवर्णसंगम था ! इसी अवसर का लाभ उठाकर यहां स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ हुआ। शिविर में ५० धर्माभिमानी उपस्थित थे। अंत में सभी धर्माभिमानियों ने ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना की शपथ ली।
आगामी आपत्काल का सामना करने के लिए स्वसंरक्षण प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक ! – श्री. अभय वर्तक, प्रवक्ता, सनातन संस्था
आगामी कालावधी ‘भीषण आपत्काल’ का होगा। उसका सामना करने के लिए हरएक को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण प्राप्त कर देव, देश तथा धर्म की रक्षा करनी होगी। परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को अपेक्षित ‘हिन्दू राष्ट्र’ सहजता से स्थापन करना असंभव है। उसके लिए हमें तीव्र मात्रा में संघर्ष का सामना करना पडेगा। सनातन संस्था की ओर से निःशुल्क स्वसंरक्षण प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जाते हैं, उसका लाभ उठाएं।
क्षणिकाएं
१. लाठीकाठी प्रशिक्षण आरंभ होने के पश्चात आसपास के युवक उत्स्फूर्तता से इसमें सम्मिलित हुए !
२. शिविर में ६० वर्ष आयु के एक दादाजी भी अत्यंत उत्साह से सम्मिलित हुए थे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात