केंद्र सरकारद्वारा हत्या के लिए जानवरों की बिक्री प्रतिबन्ध किए जाने पर केरल में लगातार विरोध हो रहा है। केरल सरकार ने भी केंद्र के इस निर्णय को मानने के इनकार कर दिया और राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन ने स्वंय प्रतिबंध का विरोध करते हुए कहा देश के लोगों को खाने का अधिकार मिला है। मवेशियों की ब्रिकी पर प्रतिबन्ध के विरोध में कांग्रेस के विधायक वीटी बलराम ने १९ साल बाद गोमांस खाया है। वह १९ साल तक शाकाहारी थे। हाल ही में वह केरल स्टूडेंट यूनियन के एक कार्यक्रम में शरीक हुए थे और उन्होंने मांसाहारी बनने का निर्णय करते हुए दोस्त की प्लेट से गोमांस खाया।
बता दें कि पशु ब्रिकी प्रतिबन्ध के खिलाफ केरल में प्रदर्शन हो रहा है। केरल में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं समेत केरल स्टूडेंट्स यूनियन के लोग भी इस प्रतिबंध को हटाने की मांग रहे हैं। केरल के अलावा पश्चिम बंगाल सरकार ने रोक को कानूनी चुनौती देने की बात कही थी। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे असंवैधानिक बताया था। बिहार की सत्तादारी पार्टी जेडीयू और तमिलनाडू की डीएमके ने इसका विरोध किया था। वहीं, खबरें आ रही है कि राज्यों के विरोध को देखते हुए सरकार वध के लिए पशुओं की ब्रिकी पर प्रतिबंध के फैसले से भैंस को बाहर कर सकती है !
स्त्रोत : जनसत्ता