हिन्दू जनजागृति समिति जिहादी डॉ. जाकिर नाईक की देशद्रोही कार्रवाईयों के विरोध में वर्ष २०११ से परिवाद प्रविष्ट कर रही है; किंतु डॉ. जाकिर नाईक के व्यासपीठपर जाकर उनको गले लगानेवाले तत्कालिन कांग्रेस शासन के मंत्री के. रहमान खान ने जाकिर नाईक की जांच करने के स्थानपर हिन्दू जनजागृति समिति एवं सुदर्शन न्यूज के विरोध में ही कार्रवाई के आदेश दे दिए !
बांग्लादेश के आतंकवादी आक्रमणों में जाकिर नाईक अंतर्भूत होने का स्पष्ट होनेपर तथा देहली में सत्तापरिवर्तन होनेपर लगभर ६ वर्ष पश्चात नवंबर २०१६ में उनपर कार्रवाई की गई। युएपीए विधि के अंतर्गत चाहे उनकी कार्रवाईयोंपर प्रतिबंध लगाया गया हो, तो भी अभी भी उनका फेसबुक खाता प्रचालित है। वर्ष २०१३ से बिना कोई अपराध करते हुए भी हिन्दू जनजागृति समिति के फेसबुक खाते को बंद कर दिया गया, जो आज भी बंद है; किंतु दूसरी ओर प्रतिबंधित इस्लामिक रिसर्च फाऊंडेशन का और जिहादी जाकिर नाईक का फेसबुक खाता खुलेआम प्रचालित है। यह तो स्पष्टता से ‘हिन्दुओं के साथ अन्याय और जिहादीयों को खुली छूट !’ देने जैसा है। यदि डॉ. जाकिर नाईक के फेसबुक खाते को बंद नहीं किया गया, तो हम सडक पर उतर कर इसका विरोध करेंगे, ऐसी चेतावनी हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेद्वारा दी गई है !